दो गुट में बंटा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन
करीब दो माह से ओडिशा हाईकोर्ट में वकीलों की हड़ताल जारी है। हालांकि अब एसोसिएशन दो गुट में बंटती दिख रही है।
जागरण संवाददाता, कटक : करीब दो माह से ओडिशा हाईकोर्ट में वकीलों की हड़ताल जारी है। हालांकि अब एसोसिएशन दो गुट में बंटता दिख रहा है। एक गुट जहां हड़ताल जारी रखने के पक्ष में है तो वहीं दूसरा गुट अब आंदोलन खत्म कर देना चाहता है। हालांकि बार एसोसिएशन ने बैठक करके 30 अक्टूबर तक काम पर न लौटने का निर्णय लिया है। तीस की बैठक के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी। एसोसिएशन के सचिव सत्यब्रत महांती के अनुसार, वकीलों ने सरकार को 30 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम दिया है। हल न निकलने पर विभिन्न जिलों में मौजूद बार एसोसिएशन के वकील राज्यव्यापी आंदोलन के तहत जिला में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का पुतला फूकेंगे। उल्लेखनीय है कि विगत 28 अगस्त को कटक में वकील देवी प्रसाद पटनायक की पिटाई के विरोध में तभी से वकील हड़ताल पर हैं।
हालांकि इसी घटना को लेकर शनिवार को बीजद लीगल फ्रंट की ओर से आयोजित पत्रकार वार्ता में फ्रंट के अध्यक्ष वकील मिलन कानूनगो एवं सलाहकार वकील असीम अमिताभ दास ने कहा कि यह आंदोलन लंबे अरसे से चल रहा है। इस घटना में दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और उन्हें जमानत मिल गई है। घटना के पश्चात संबंधित पुलिस कर्मचारी को भी कार्य से निलंबित किया गया है। सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए यह कार्रवाई की है। अभी जिस तरह की स्थिति पैदा हुई है, उससे आम लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में काम पर लौटने के लिए सोमवार या मंगलवार को बार एसोसिएशन को सुझाव दिया जाएगा।
बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष बंशीधर सतपथी ने कहा है कि एसोसिएशन के सचिव सत्यव्रत महांती मनमानी कर रहे हैं। विभिन्न जिलों में मुख्यमंत्री का पुतला जलाया जाना या फिर नवीन निवास घेराव किए जाने का कोई भी निर्णय एसोसिएशन की बैठक में नहीं लिया गया और वह गलत जानकारी मीडिया को देकर गुमराह कर रहे हैं। हालांकि सत्यव्रत महांती ने कहा कि हम किसी भी तरह की मनमानी नहीं कर रहे हैं। वकीलों के सम्मान के लिए यह आंदोलन जारी है। उपाध्यक्ष ने जो आरोप लगाया है वह गलत है, संघ की बैठक में वह मौजूद थे और उन्होंने हस्ताक्षर भी किया है।