रमन बगड़िया के बयान पर कटक मारवाड़ी समाज में भूचाल
मारवाड़ी समाज कटक के निवर्तमान महासचिव रमन बगड़िया के बयान के बाद संगठन के दस्तावेजों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़ा हो गया है।
जासं, कटक : मारवाड़ी समाज, कटक के निवर्तमान महासचिव रमन बगड़िया के बयान के बाद समाज के दस्तावेजों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। एक वेबसाइट की खबर के मुताबिक, कटक मारवाड़ी समाज के निवर्तमान महासचिव रमन बगड़िया ने दावा किया है कि वर्ष 2015 में जब विजय खंडेलवाल अध्यक्ष बने, तब पुरानी टीम ने नई टीम को सगंठन के 8 कंप्यूटरों को नहीं सौंपा। मारवाड़ी क्लब संचालन समिति के संरक्षण वाले मारवाड़ी क्लब में नई टीम को बैठने की अनुमति भी नहीं दी गई। बगड़िया के इस बयान से समाज के सदस्यों के बीच यह चर्चा जोरों पर है कि आखिर उन आठ कंप्यूटरों में क्या राज थे, जिसे छुपाने के लिए नई टीम को नहीं सौंपा गया। यदि कुछ राज नहीं भी थे तो इसे नई टीम को सौंपना चाहिए था, क्योंकि यह सभी कंप्यूटर कटक मारवाड़ी समाज के फंड से ही तो खरीदे गए होंगे। अब सवाल यह उठ रहा है कि कहीं यह पुरानी परिपाटी तो नहीं बन जाएगी, क्योंकि मतदाताओं की सूची की गड़बड़ी का मामला एक बार उठ चुका है। हालांकि कटक मारवाड़ी समाज चुनाव समिति ने स्पष्ट किया है कि फाइल को अटैच करने में गड़बड़ी हुई थी। इस गड़बड़ी का खुलासा तभी हो पाया जब मौजूदा कंप्यूटर को खंगाला गया। इसी कारण समाज में सवाल उठ रहे हैं कि क्या कोई गड़बड़ी दस्तावेजों में की गई थी। यदि नहीं तो फिर समाज के पैसे से खरीदे गए कंप्यूटरों को रखने का क्या औचित्य था। अभी तक किसी भी बैठक में किसी पदाधिकारी ने यह नहीं दावा या जिक्र किया है कि किसी के निजी संसाधन का उपयोग भी कटक मारवाड़ी समाज के कार्यालय में किया जा रहा है।
सच्चाई समाज के सामने आनी चाहिए : सुरेश शर्मा
मारवाड़ी समाज के चुनाव के दौरान 8 कंप्यूटर में छिपे राज को लेकर हो रही चर्चा पर अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे सुरेश शर्मा ने कहा है कि यह मामला बेहद गंभीर है। सच्चाई समाज के सामने आनी ही चाहिए। हालांकि उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को उठाने का यह समय ठीक नहीं है। यह केवल चुनाव को दिगभ्रमित करने के लिए मुद्दा उठाया गया है। उन्होंने कहा कि उस व्यक्ति के द्वारा इस मुद्दे को उठाया गया है जो कि पिछले चार साल तक समाज के प्रतिष्ठित पद पर विराजमान थे। यदि यह मुद्दा था तो फिर चार साल के दौरान उन्होंने क्यों नहीं उठाया। वर्ष 2007 में कटक मारवाड़ी समाज का गठन किया गया और चार साल तक गणेश कंडोई एवं उनकी टीम ने समाज का प्रतिनिधित्व किया। इसके बाद विजय खंडेलवाल एवं उनकी टीम ने प्रतिनिधित्व किया है, जिसमें खुद रमन बगड़िया सचिव पद पर कार्यरत थे। समाज का नेतृत्व परिवर्तन होने पर समाज के सभी दस्तावेज विजेता टीम को नियम के हिसाब से सौंप देना चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया गया था तो उस समय आखिर क्यों इस मुद्दे को इन लोगों ने नहीं उठाया। ऐसे में यह स्पष्ट हो रहा है कि दोनों ही गुट के लोगों ने समाज को बरगलाने एवं ठगने का काम किया है। शर्मा ने कहा कि हमारा समाज जागरूक समाज है और चुनाव के दिन सोच समझकर मतदान करेगा, हमें पूरी उम्मीद है।