शांतिपूर्ण संपन्न हुआ मां दुर्गा का विसर्जन उत्सव
नौ दिन चले दुर्गोत्सव के बाद मां को विदाई दी गई। शनिवार को शहर में विसर्जन उत्सव सुबह से शुरू हुआ जो रविवार की सुबह तक जारी रहा।
जासं, कटक : नौ दिन चले दुर्गोत्सव के बाद मां को विदाई दी गई। शनिवार को शहर में विसर्जन उत्सव सुबह से ही शुरू हो गया। विभिन्न पूजा पंडालों से मां दुर्गा की झांकी के साथ हर-पार्वती, कालीय दलन आदि झांकियों को निकालकर गाजे-बाजे के साथ गली मुहल्ला भ्रमण कराते हुए विसर्जन मार्ग में शामिल किया गया। पूर्वांचल की झांकियों को स्वागत करने के लिए हर साल की तरह इस साल भी मंगलाबाग चौक में सम्मान उत्सव आयोजित किया गया जिसमें विभिन्न पूजा कमेटी के पदाधिकारियों को सम्मानित करने के साथ मां को विदाई दी गई। इस कार्यक्रम में विधायक प्रभात रंजन विश्वाल, प्रभात त्रिपाठी, नगर कांग्रेस अध्यक्ष मो. मुकीम. नेता सुरेश महापात्र, भाजपा के नेता नयन किशोर महांती, पूर्व मंत्री समीर दे, सीपीआइ के नेता अमरेंदु महांती, नगर शांति कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र साहू, सचिव भिकारी दास, जिलाधीश अरविंद अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर सत्यजीत महांती, डीसीपी अखिलेश्वर ¨सह प्रमुख मौजूद रहे। यहां से सभी झांकियां माछुआ बाजार, हावड़ा मोटर, मणिसाहू चौक, बक्सी बाजार, तिनकोणिया बागीचा, दरघा बाजार, गौरीशंकर पार्क, नई सड़क होते हुए देवीगड़ा पहुंची जहां पर एक के बाद एक झांकियों को कृत्रिम पोखर में विसर्जित किया गया। इस दौरान कमिश्नरेट पुलिस की तरफ से विसर्जन मार्ग से लेकर देवीगड़ा घाट तक 60 प्लाट्रून पुलिस बल सहित एक कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स व 400 पुलिस अधिकारियों को सुरक्षा व यातयात व्यवस्था दुरुस्त करने को तैनात किया गया था। शनिवार से रविवार सुबह तक चले इस विसर्जन उत्सव में 112 झांकियों को देवीगड़ा घाट में विसर्जित किया गया जबकि अन्य 12 झांकियों का विसर्जन रविवार को किया गया। वहीं शुक्रवार को दशमी पूजा के बाद ही बांग्ला रीति रिवाज से बनी झांकियों को पंडाल से निकालकर उसी रात को विसर्जित कर दिया गया।