ओडिशा शिक्षा बोर्ड ने बदला मैट्रिक परीक्षा का प्रारूप
माध्यमिक शिक्षा परिषद, ओडिशा बोर्ड द्वारा संचालित मैट्रिक परीक्षा व्य
जेएनएन, कटक/भुवनेश्वर : माध्यमिक शिक्षा परिषद, ओडिशा बोर्ड द्वारा संचालित मैट्रिक परीक्षा व्यवस्था में वर्ष 2019 के परीक्षार्थियों के लिए बदलाव किया गया है। इस बदलाव के तहत अब मैट्रिक परीक्षार्थियों को ऑब्जेक्टिव व सब्जेक्टिव परीक्षा में कम से कम 30 फीसद नंबर रखना होगा। ऑब्जेक्टिव ओएमआर (ऑप्टिकल मार्क रेकोगनिशन) में 50 में से 15 एवं सब्जेक्टिव में 50 में से 15 नंबर प्राप्त करना होगा अन्यथा परीक्षार्थी को फेल कर दिया जाएगा।
यह जानकारी गुरुवार को माध्यमिक शिक्षा परिषद की अध्यक्ष डॉ. जहान आरा बेगम, सचिव रमाशीष हाजरा प्रमुख ने पत्रकारों से बातचीत में दी। डॉ. बेगम ने बताया कि इससे पहले परीक्षार्थी दोनों, ऑब्जेक्टिव एवं सब्जेक्टिव को मिलाकर 100 में से 30 नंबर हासिल करने से पास कर दिए जाते थे। लेकिन अब ऑब्जेक्टिव व सब्जेक्टिव में 30 फीसद नंबर लाना होगा।
उन्होंने बताया कि इसी तरह पिछले तीन सेट ए, बी, सी पर्चा की जगह वर्ष 2019 में चार सेट ए, बी, सी, डी के तौर पर होगा। पर्चा में सभी सवाल अलग-अलग होंगे। किसी सेट का सवाल किसी दूसरे सेट से नहीं मिलेगा।
डॉ. बेगम ने बताया कि बोर्ड ने वर्ष 2020 में मैट्रिक परीक्षा व्यवस्था में और कुछ बदलाव की भी योजना बनायी है। वर्ष 2020 में ओएमआर व्यवस्था को हटाया जाएगा। ओएमआर में पहले परीक्षार्थियों को केवल मल्टीपल च्वॉइस में जवाब देना होता था जबकि वर्ष 2020 के परीक्षार्थी संक्षिप्त में उत्तर, शून्य स्थान भरें, एक शब्द में उत्तर लिखें आदि को लेकर तैयार सवाल का जवाब देंगे।