कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस करेगा विश्व मानव विज्ञान कांग्रेस 2023 की मेजबानी
विश्व मानव कांग्रेस में कीस को विश्व के सबसे बड़े मानव विज्ञान परीक्षागार का दर्जा दिए जाने के साथ कीस के प्रतिष्ठाता डॉ. अच्युुत सामंत की सराहना के साथ कीस को पूर्ण समर्थन मिला।
भुवनेश्वर, जेएनएएन। कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (कीस) विश्वविद्यालय, उत्कल एवं संबलपुर विश्वविद्यालय के सहयोग से विश्व मानव विज्ञान कांग्रेस (वर्ल्ड कांग्रेस फॉर एंथ्रोपोलॉजी ) 2023 की मेजबानी करेगा। प्रत्येक पांच साल में विज्ञान कांग्रेस का आयोजन होता है। वर्ष 2023 में भारत में होने वाली इस कांग्रेस की मेजबानी करने का अवसर कीस को मिला है। 45 साल बाद भारत में विज्ञान कांग्रेस आयोजित होने जा रही है।
इसके आयोजन के लिए ओलंपिक, फीफा, विश्वकप क्रिकेट जैसे विश्व स्तरीय बिडिंग की जाती है। वर्ष 2014 में कीस इस बिडिंग में शामिल हुआ था, मगर ब्राजील बाजी मार ले गया था। कांग्रेस में कीस को विश्व के सबसे बड़े मानव विज्ञान परीक्षागार का दर्जा दिए जाने के साथ कीस के प्रतिष्ठाता डॉ. अच्युत सामंत की सराहना के साथ कीस को पूर्ण समर्थन मिला।
वर्ष 2023 विश्व कांग्रेस आयोजन के लिए बिडिंग की गई। विभिन्न चरण में बिडिंग हुई। अंतिम चरण में बिडिंग भारत की तरफ से ओडिशा के कीस विश्वविद्यालय एवं क्रोएशिया के बीच हुई। इसमें कीस को सर्वाधिक 2084 वोट मिले जबकि प्रतियोगी क्रोएशिया को 89 वोट पर संतोष करना पड़ा। कीस में विश्व की सबसे पुरानी कांग्रेस किस प्रकार से आयोजित की जाएगी। इसे लेकर संस्थान के अधिकारी के साथ उत्कल एवं संबलपुर विश्व विद्यालय के कुलपति ने व्यापक प्रयास किया। विश्वस्तरीय इस बिडिंग में कीस को भारी समर्थन मिलने के बाद पूरी दुनिया में कीस का नाम हुआ है। 2023 जनवरी महीने में कीट व कीस में विज्ञान कांग्रेस का आयोजन होगा।
अच्युत सामंत ने मुख्यमंत्री का आभार जताया
इसमें विश्व के 150 देश से 10 हजार से अधिक मानव विज्ञानी, शिक्षाविद, गवेषक एवं प्रतिनिधि भाग लेंगे। विश्व मानव विज्ञान कांग्रेस-2023 की मेजबानी करने का अवसर कीस को मिलने पर संस्थापक डॉ. अच्युत सामंत ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक एवं सरकार सहित उत्कल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सौमेन्द्र मोहन पटनायक एवं संबलपुर विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो. दीपक कुमार बेहरा के प्रति आभार प्रकट किया है।