कंधमाल में सीजन की पहली बर्फबारी, कांपा ओडिशा
राज्य में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। बर्फबारी के साथ घने कोहरे की चादर फैल गई। बर्फबारी एवं ठंडी हवा चलने से लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया है।
भुवनेश्वर, जेएनएन। ओडिशा के कंधमाल जिला के दारिंगीबाड़ी ब्लॉक क्षेत्र में इस साल रविवार को पहली बार बर्फबारी हुई है। इसके साथ ही पारा लुढ़क कर तीन डिग्री आ जाने से दारिंगीबाड़ी व आसपास के इलाके सहित पूरे राज्य में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। इससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। दारिंगीबाड़ी ब्लॉक के तटीय इलाकों में भारी बर्फबारी हुई है। इलाके के किलाबाड़ी, ससकुटी, भ्रमरबाड़ी, ग्रीनबाड़ी, लाइनपड़ा, सिर्कोवर्ग, दनेकबाड़ी, प्लीहेरी, दा¨सबाड़ी, सिआंगबाली, सलाबाड़ी, डकराबाड़ी, गबाटबाड़ी, तिलोरी, किरीकूटी आदि इलाके में भारी बर्फबारी होने से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है।
बर्फबारी के साथ घने कोहरे की चादर फैल गई। इससे सुबह उक्त इलाके में लोगों को आने-जाने में दिक्कत हुई। आलम यह रहा कि वाहनों के साथ मकानों की छल एवं पेड़ों तथा खुले मैदान बर्फ की चादर से ढके नजर आए। बर्फबारी एवं ठंडी हवा चलने से लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया है। दोपहर 12 बजे तक रास्ता सुनसान रहा। इस बर्फबारी एवं ठंड के प्रकोप से गरीब वर्ग के लोगों की मुसीबत बढ़ गई है। वहीं ठंड का मजा लेने के लिए राज्य के विभिन्न जगहों से सैलानियों का जमावड़ा उक्त इलाके में नजर आया। उल्लेखनीय है कि दारिंगीबाड़ी में बीते बुधवार को 5.5 डिग्री तापमान रिकार्ड किया गया था, जबकि गुरुवार को तापमान दस डिग्री तक पहुंचा था, लेकिन शनिवार को पुन: तापमान में अचानक गिरावट दर्ज की गई और पारा छह डिग्री तक पहुंच गया, जिससे इलाके में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है।
केवल कंधमाल ही नहीं बल्कि पूरे राज्य में इन दिनों ठंड का प्रकोप है। दिन तमाम बदरी छाए रहने से ठंड हवा ने लोगों को कांपने के लिए मजबूर कर दिया है। शाम चार बजे से सुबह 10 बजे तक घर से निकलना मुश्किल हो गया है। तटीय जिलों में यह स्थिति ज्यादा गंभीर है। कोहरे के साथ तापमान में गिरावट ने ठंड को और बढ़ा दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के 12 जगहों पर सर्वनिम्न पारा आठ डिग्री एवं 16 जगहों पर पारा 10 डिग्री के नीचे दर्ज किया गया है। यह स्थिति आगामी दो-तीन दिन तक जारी रहेगी। मौसम विभाग ने 31 दिसंबर तक यह स्थिति जारी रहने का अनुमान लगाया है। इसके साथ ही उत्तर ओडिशा एवं तटीय ओडिशा के साथ पश्चिम ओडिशा में ठंड की मात्रा और बढ़ सकती है।