डॉक्टरी पेशे में कमीशन कारोबार का कोई स्थान नहीं: उपराष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने कहा कि इस धरती पर डॉक्टर दूसरे भगवान होते हैं इसलिए डॉक्टरी पेशा महान है।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : आल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (एम्स) के वाíषक दीक्षा उत्सव में मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लेते हुए उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि इस धरती पर डॉक्टर दूसरे भगवान होते हैं इसलिए डॉक्टरी पेशा महान है। इस पेशे में कमीशन कारोबार का कोई स्थान नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने की दिशा में ध्यान देने की जरूरत है।
उन्होंने इस अवसर पर ने 106 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की। उन्होंने इस अवसर पर एम्स भुवनेश्वर पूर्वी भारत का सुनामधन्य मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में तब्दील हुआ है। इसमें पहले बैच में एमबीबीएस में 50 छात्र-छात्रा उत्तीर्ण होकर देश के अच्छे मेडिकल कॉलेजों में अध्ययन कर रहे हैं। बहुत ही अच्छी जगह पर नौकरी कर रहे हैं। उपराष्ट्रपति ने अपने भाषण की शुरूआत ओड़िआ में करते हुए सभी को अपनी शुभकामना देते हुए कहा कि ओडिशा मुझे बहुत अच्छा लगता है क्योंकि यह जगन्नाथ का देश है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि ओडिशा एक संस्कृति संपन्न राज्य है। उपराष्ट्रपति ने छात्र-छात्राओं को शुभकामना देते हुए कहा कि उन्हें स्वच्छता का भी पाठ पढ़ाया। स्वास्थ्य के साथ स्वच्छता का संपर्क है। ऐसे में शरीर एवं मन में स्वच्छता जरूरी है। उत्सव में सम्मानित अतिथि के तौर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान, राज्यपाल गणेशी लाल, राज्य स्वास्थ्य मंत्री प्रताप जेना एवं भुवनेश्वर के सांसद प्रसन्न पाटशाणी उपस्थित थे।