उफनाए नाले में बह गया ट्यूशन टीचर
प्रदेश में सक्रिय मानसून के चलते हो रही बारिश के कारण लोगो
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : प्रदेश में सक्रिय मानसून के चलते हो रही बारिश के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है। इन सबके बीच सड़क पर जलजमाव और खुले ड्रेन के अलावा उफनाते नालों से भी खतरा बढ़ गया है। सोमवार देर रात राजधानी भुवनेश्वर के यूनिट 7 मंगला बस्ती में इन्हीं वजहों से एक ट्यूशन टीचर को अपनी जान गंवानी पड़ी। दरअसल 55 वर्षीय ट्यूशन टीचर हरिहर पटनायक बाजार से पैदल ही घर औट रहे थे, अचानक खुले पड़े नाले में गिर गए।
शाम को हुई भारी बारिश के कारण नाला पूरी तरह उफनाया हुआ था और सड़क पर भी पानी भरा होने से दोनों एकाकार हो चुके थे। जिससे सड़क सही ढंग से दिख नहीं रही थी और वह उसमें गिर गए। हालांकि नाले की गहराई मात्र 4-5 फीट ही है मगर उसमें तेज बहाव के कारण हरिहर खुद को संभाल नहीं पाए और बह गए। गनीमत थी कि कुछ लोगों ने उनको नाले में गिरता देखकर शोर मचाया और घटना की सूचना दमकल विभाग को दी। सूचना मिलते ही दमकल टीम मौके पर पहुंच गई और ट्यूशन टीचर को सुरक्षित बचा लिया। उन्हें आनन फानन में अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
उधर, कैपिटल अस्पताल में ट्यूशन टीचर हरिहर की मौत की खबर सुनते ही बस्ती के लोग अस्पताल पहुंच गए और जमकर हंगामा किया। बाद में पुलिस से समझा बुझाकर लोगों को शांत कराया। बस्ती के लोगों का आरोप है कि बीएमसी और प्रशासन की लापरवाही के चलते हरिहर पटनायक की मौत हुई है। हरिहर पुरी जिले के अंजिरा गांव का रहने वाला थे। जानकारी के अनुसार गवर्नर हाउस के पीछे मंगला बस्ती इलाके में दीवार गिर जाने से नाला खुला पड़ा था। वहां लकड़ी की बाड़ लगा दी गई थी। सोमवार देर रात हुई भारी बारिश से बाड़ बह गई थी और जलजमाव से नाला और सड़क दोनों का अंदाजा नहीं नहीं मिल पा रहा था। इससे यह हादसा हुआ। स्थानीय लोगों ने बताया कि नाला टूट चुका है इसकी मरम्मत नहीं की जा रही है। इसी वजह से यह हादसा हुआ।