ओडिशा बनता जा रहा आतंकियों का आश्रयस्थल
कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादी ओडिशा को सुरक्षित आश्रयस्थल बना चुके हैं, हबीबुर रहमाल प्रदेश के केंद्रापड़ा जिले का मूलनिवासी है।
भुवनेश्वर, जेएनएन। नई दिल्ली में ओडिशा निवासी आतंकवादी हबीबुर रहमान के पकड़े जाने के बाद स्पष्ट हो गया है कि कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादी ओडिशा को सुरक्षित आश्रयस्थल बना चुके हैं। हबीबुर रहमाल प्रदेश के केंद्रापड़ा जिले का मूलनिवासी है और पिछले सात साल से दुबई में रहकर आतंकी संगठनों के साथ काम करता था। पाकिस्तानी आइएसआइ के इशारे पर हबीबुर भारत के कई आतंकी संगठनों के लिए सुरक्षित स्थान एवं धन मुहैया कराने का काम कर रहा था। उसके नाम से दिल्ली की एक अदालत ने गैरजमानती वारंट जारी किया था।
हबीबुर रहमान की गिरफ्तारी के बाद से राज्य में उसके सहयोगियों के छिपे होने की आशंका को देखते हुए राज्य पुलिस का क्राइम बांच सूचना एकत्र करने में जुट गया है। पिछले चार साल विभिन्न आतंकी संगठनों से जुड़े सात आतंकवादी ओडिशा से पकड़े गए है। 2015 में कटक के जगतपुर से अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी के बाद राज्य के कई युवाओं के आतंकवादियों से जुड़ने के बारे में जानकारी मिली थी। राउरकेला से प्रतिबंधित संगठन सिमी के पांच सदस्यों की गिरफ्तारी ने इस खबर पर मुहर लगा दी थी की ओडिशा आतंकवादियों के छिपने की जगह बनती जा रही है।