भुवनेश्वर में शिक्षकों ने भरी हुंकार
ओडिशा स्कूल कॉलेज शिक्षक कर्मचारी मिलित मंच की ओर से भुवनेश्वर में विधान सभा के सामने आयोजित महासम्मेलन में लंबे समय तक संघर्ष का एलान किया गया।
भुवनेश्वर, जेएनएन। ओडिशा स्कूल कॉलेज शिक्षक कर्मचारी मिलित मंच की ओर से मंगलवार को राजधानी भुवनेश्वर में विधानसभा के सामने पीएमजी चौक पर आयोजित शिक्षक महासम्मेलन में अपनी मांगों के समर्थन में सरकार के खिलाफ लंबे समय तक संघर्ष जारी रखने का एलान किया गया। मंच की ओर से गत 16 अगस्त से यहां धरना दिया जा रहा है।
राज्य से ब्लाक ग्रांट प्रक्रिया हटाने की दिशा में सरकार द्वारा टाल मटोल की नीति अपनाने के प्रतिवाद में शिक्षकों के धरना के चलते राज्य के सरकारी स्कूलों में पिछले पांच दिन से चल रहे शिक्षा सेवा बुरी तरह से प्रभावित हो गई है। जानकारी के अनुसार शिक्षकों के धरना पर बैठ जाने से लगभग 30 लाख छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित हुई है।
इस मौके पर शिक्षकों की मांग को पूरा करने की दिशा में सरकार की तरफ से कोई कदम न उठाए जाने पर मंच के आवाहक मंडली के सदस्य पवित्र महाला, गोलक नायक एवं प्रकाश महांती ने सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि ओडिशा ब्लाक ग्रांट हटाने व ऐतिहासिक अनुदान कानून लागू करने जैसी सरकार की घोषणा के एक साल का समय गुजर जाने के बावजूद शिक्षक, अध्यापक एवं कर्मचारियों को आज तक इसका लाभ नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग पर सरकार की तरफ से ध्यान न दिया जा रहा जिसके चलते आज पीएमजी चौक पर शिक्षकों का महासम्मेलन बुलाया गया है।
इस महासम्मेलन में राज्य भर से लगभग 30 से 40 हजार शिक्षक, अध्यापक शामिल हुए हैं। इतनी संख्या में शिक्षकों के धरना पर चले जाने से राज्य के और स्कूलों में आज शिक्षण सेवा प्रभावित हुई है। मंच की तरफ से कहा गया है कि ओडिशा के शिक्षक, अध्यापक एवं कर्मचारी अपनी मांग को लेकर आज से नहीं बल्कि पिछले कई सालों से प्रदर्शन कर रहे हैं, मगर सरकार हमारी मांग पर ध्यान नहीं दे रही है। इससे छात्रों को जो नुकसान हो रहा है, उसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है। यहां उल्लेखनीय है कि शिक्षकों राज्य भाजपा का भी समर्थन मिलने लगा है। सोमवार को शिक्षकों के समावेश में भाजपा के राज्य उपाध्यक्ष समीर महांती, प्रवक्ता गोलक महापात्र, ठाकुर रंजीत दास, लेखाश्री सामंत ¨सहार, किसान मंच के सचिव सुरेंद्र विश्वाल, भाजपा युवा सदस्य अभिजीत मिश्र ने उपस्थित रहकर अपने अपने विचार रखे और राज्य सरकार पर हमला बोले।