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स्वर्णरेखा नदी में भी उफान, तेजी से बढ़ रहा बंसधारा व ऋषिकुल्या नदी का जलस्तर

राज्य के विभिन्न जिलों में लगातार हो रही बारिश के कारण कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।

By BabitaEdited By: Published: Wed, 08 Aug 2018 11:42 AM (IST)Updated: Wed, 08 Aug 2018 11:42 AM (IST)
स्वर्णरेखा नदी में भी उफान, तेजी से बढ़ रहा बंसधारा व ऋषिकुल्या नदी का जलस्तर
स्वर्णरेखा नदी में भी उफान, तेजी से बढ़ रहा बंसधारा व ऋषिकुल्या नदी का जलस्तर

भुवनेश्वर, जेएनएन : बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण राज्य के विभिन्न जिलों में कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है। इसके चलते राज्य की कई नदियों का जलस्तर भी बढ़ने लगा है। जलका नदी का जलस्तर पहले से ही खतरे के निशान के पार कर गया है। अब स्वर्णरेखा नदी भी जामशोला घाट में खतरे के निशान के ऊपर प्रवाहित हो रही है। बंसधारा, ऋषिकुल्या और वैतरणिी के जलस्तर में भी वृद्धि हो रही है।

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जानकारी के अनुसार बस्ता होकर बहने वाली जलका नदी का मथानी में खतरे का निशान 5.5 मीटर है, जबकि मंगलवार सुबह नदी का जलस्तर 6.05 मीटर प्रवाहित हो रहा था। इसी तरह स्वर्णरेखा नदी का जामशोला घाट में खतरे का निशान 49.15 फीट है, जबकि नदी यहां सुबह 49.26 फीट पर बह रही है। 

 वहीं वैतरणी नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान को पार कर गया है। आंखुवापदा में वैतरणी नदी का

खतरे का निशान 17.33 फीट है, जबकि यहां पर नदी 17.46 फीट पर बह रही है। इसी तरह बंसधारा एवं ऋषिकुल्या नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। मंगलवार सुबह नौ बजे तक हीराकुद जलभंडार का जलस्तर

613.69 फीट था। इस समय जलभंडार में 81899 क्यूसिक पानी प्रवेश कर रहा है, जबकि 29740 क्यूसेक जल निकल रहा है।

लगातार हो रही बारिश ने बढ़ाई लोगों की परेशानी, जल जमाव

राजधानी भुवनेश्वर, कटक, पुरी जिला में सोमवार से ही लगातार बारिश होने के कारण आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है। इससे राज्य के कई हिस्सों में जनजीवन पूरी तरह अस्तव्यस्त हो गया है। इस बीच

खोद्र्धा और कटक जिले में सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए है। वहीं उत्कल विश्वविद्यालय में होने वाली सभी परीक्षाएं भी रद कर दी गईं है। भीषण बारिश के चलते पुरी के बड़दांड में एक बार फिर घुटना भर पानी जमा हो गया है। इससे पूर्व यहां रथयात्रा से पहले ऐसी ही स्थिति बन गई थी। मंगलवार सुबह तक

पुरी में 300 मिलीमीटर से अधिक बारिश हो चुकी है।

जबकि राजधानी भुवनेश्वर में 150 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है। राजधानी भुवनेश्वर के आचार्य विहार, जयदेव विहार, नया पल्ली, बमीखाल, स्टेशन बाजार, रसुलगढ़, बीएसस नगर, बरमुंडा आदि तमाम इलाकों के घरों में पानी घुस गया है। नालों का पानी घरों में घुस जाने से लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।   


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