मंत्री सूर्य नारायण पात्र बोले, भ्रष्टाचार का प्रमाण दें प्रधान, राजनीति से सन्यास ले लूंगा
धान खरीद को लेकर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और राज्य के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सूर्य नारायण पात्र आमने-सामने आ गए हैं।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : धान खरीद को लेकर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और राज्य के खाद्य आपूíत मंत्री सूर्यनारायण पात्र आमने-सामने आ गए हैं। गुरुवार को खरीफ धान संग्रह में भ्रष्टाचार को लेकर राज्य सरकार पर केंद्रीय मंत्री प्रधान ने कड़ी आलोचना की थी। शुक्रवार को इसका जवाब मंत्री सूर्य नारायण पात्र ने दिया है। मंत्री पात्र ने कहा है कि केंद्रीय मंत्री का तथ्य भ्रमात्मक है और दुख दायक है। मंत्री ने कहा कि यदि इसका प्रमाण मिलेगा तौ मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगा। इस साल खरीफ ऋतु में धान संग्रह को लेकर मंत्री पात्र ने हिसाब देते हुए कहा कि नौ जनवरी तक सरकार को धान बेचने के लिए 12 लाख 60 हजार किसानों ने प्राथमिक समवाय समिति एवं लैंपस में पंजीकरण किया है। यह संख्या पिछले साल खरीफ ऋतु में हुए पंजीकरण से 1 लाख 40 हजार अधिक है। केवल इतना ही नहीं इस ऋतु में 2 लाख 22 हजार नए किसानों सरकार को धान बेचने के लिए पंजीकरण कराया है। पंजीकृत किसानों में 1 लाख 19 हजार बटैया किसान भी शामिल हैं। मंत्री ने कहा कि विगत 9 जनवरी तक पंजीकृत किसानों से 21 लाख 61 हजार मीट्रिक टन धान संग्रह किया जा चुका है। पिछले साल इस तिथि तक 18 लाख 24 हजार मीट्रिक टन धान संग्रह हुआ था।
मंत्री पात्र ने कहा कि धान संग्रह में इस साल 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पिछले साल 2 हजार 929 धान मंडी खुली थी जबकि इस साल 3 हजार 13 मंडियां खोली गई हैं, जहां से धान खरीदा जा रहा है। मंत्री ने यह भी दावा किया कि सभी मंडिया इस समय कार्यकारी हैं। इस दौरान किसानों के खातों में 2 हजार 89 करोड़ रुपये ट्रांसफर किया गया है। धान खरीद के 24 से 72 घंटे के अंदर किसानों को प्राप्य मुहैया करा दिया जा रहा है। किसानों के धान खरीदने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है और अपनी प्रतिबद्धता के तहत काम कर रही है।