CycloneBulbul: तटीय जिलों में तेज हवा और भारी बारिश के आसार, लैंडफाल की संभावना कम
CycloneBulbulछह किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से उत्तर -पश्चिम दिशा की तरफ बढ़ रहा है चक्रवात बुलबुल इस चक्रवात से क्या प्रभाव पड़ेगा इस बारे में स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है।
भुवनेश्वर, जेएनएन। Cyclone Bulbul पूर्व केंद्रीय बंगोप सागर यानि बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र बुधवार को पारादीप से 800 किलोमीटर दूर समुद्र में डीप डिप्रेशन में तब्दील होने के बाद 6 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से उत्तर -पश्चिम दिशा की तरफ बढ़ रहा है। बुलबुल नाम का यह चक्रवात किस जगह पर लैंडफाल करेगा, यह सात नवंबर को स्पष्ट होगा। यह जानकारी भारतीय मौसम विभाग की ओर से सामने आयी है। हालांकि इस चक्रवात का प्रभाव ओडिशा में कितना पड़ेगा, यह स्पष्ट नहीं हो सका है। क्योंकि, माना जा रहा है कि चक्रवात पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश की तरफ गति कर सकता है।
बावजूद इसके सतर्कता के तौर पर राज्य सरकार एवं प्रशासन की तरफ से हर एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों ने इस चक्रवात को ओडिशा तट से टकराने की संभावना से इनकार किया है, बावजूद इसके प्रदेश संभावित चक्रवात को लेकर शासन-प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है।
मौसम वैज्ञानिक एचआर बिश्वास के अनुसार, चक्रवात बुलबुल के आोडिशा तट में लैंडफाल होने की संभावना कम है बावजूद इसके प्रति 3 घंटे में इसकी स्थिति का अनुध्यान किया जा रहा है। गुरुवार को इसके संदर्भ में विस्तृत जानकारी मिलने की उम्मीद है। इसके प्रभाव से उत्तर ओडिशा के जिलों में 6 सेंटीमीटर तक बारिश होने की संभावना है। आठ नवंबर से तटीय इलाकों में प्रति घंटा 50 से 60 किमी या इससे अधिक रफ्तार से हवा चलने की संभावना जतायी गई है। साथ ही उसी दिन से तटीय जिलों में बारिश शुरू हो जाएगी जो अगले दिन तक जारी रहने की संभावना है। सतर्कता के तौर पर मछुआरों को समुद्र में न जाने की हिदायत दी गई है, जो मछुआरे समुद्र में है उन्हें वापस आ जाने के लिए कहा गया है। आम लोगों से भयभीत न होने के लिए अनुरोध किया गया है।
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इधर, विशेष राहत आयुक्त विष्णुपद सेठी से निर्देश मिलने के बाद इस चक्रवात से प्रभावित होने वाले राज्य के 15 जिले बालेश्वर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगर्तंसहपुर, गंजाम, पुरी, कोरापुट, गजपति, नवरंगपुर, रायगड़ा, कालाहांडी, बौद्ध, कंधमाल, नुआपड़ा व मलकानगिरी के जिलाधीशों ने तेज हवा, बाढ़ व पानी से लोगों को बचाने की मुहिम शुरू कर दी है।
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