राज्यपाल से मिले श्रीमंदिर सेवायत
श्रीमंदिर संचालन में सुधार तथा वंशानुक्रमिक सेवा हटाने जैसे सुप्री
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : श्रीमंदिर संचालन में सुधार तथा वंशानुक्रमिक सेवा हटाने जैसे सुप्रीमकोर्ट निर्देश व प्रस्ताव के बाद से श्रीमंदिर सेवायतों की ¨चता बढ़ गई है। इस संबंध में सेवायतों का एक प्रतिनिधि दल सोमवार की शाम राजभवन पहुंचा और राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल से मुलाकात की। विद्यापति नरसिंह महापात्र एवं विश्वावशु विनायक दास महापात्र के नेतृत्व में पहुंचे छह सदस्यीय सेवायत प्रतिनिधि दल से राज्यपाल ने श्रीमंदिर में चलने वाली नीति नियम, सेवा पूजा आदि के बारे में जानकारी ली। साथ ही रथयात्रा के बारे में भी चर्चा की। इस अवसर पर सेवायत विश्वावशु विनायक ने कहा कि कुछ गिने चुने सेवायतों के चलते पूरा सेवायत समाज बदनाम हो रहा है।
इसके साथ ही सुप्रीमकोर्ट ने जो 12 प्रस्ताव रखा है, इसमें वंशानुक्रमिक सेवक नियुक्ति हटाने, दान दक्षिणा आदि बंद करने जैसी प्रस्ताव को छोड़कर अन्य सभी प्रस्ताव पर उनकी सहमति होने की जानकारी प्रतिनिधि दल ने राज्यपाल को दी। सभी सेवायत, मुक्ति मंडप प्रतिनिधि, गजपति महाराज के प्रतिनिधि एवं जगतगुरु शंकराचार्य के प्रतिनिधि सभी मिलकर इस प्रसंग पर चर्चा करें। राज्यपाल ने सेवकों के बीच में एक मत होने पर निश्चित रूप से उस पर विचार करने का आश्वासन दिया। दास महापात्र ने बताया राज्यपाल ने इन विषयों पर एक दिन और चर्चा करने के लिए सहमति दी है। उल्लेखनीय है कि सेवायत प्रतिनिधि दल इससे पहले जगतगुरु शंकराचार्य, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, मंत्री महेश्वर महांती, कानून के जानकार आदि से भी मामले को लेकर मुलाकात कर चुका है।