श्रीमंदिर संस्कार पर सरकार का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण
पूर्वमंत्री सह भाजपा नेता विजय महापात्र ने पुरी के श्रीमंदिर को लेकर राज्
संवादसूत्र, भुवनेश्वर : पूर्वमंत्री सह भाजपा नेता विजय महापात्र ने पुरी के श्रीमंदिर को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महापात्र ने कहा कि श्री मंदिर संस्कार को लेकर सरकार का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण है। मंदिर संस्कार के लिए गठित आयोग का कार्यकाल बढाया नहीं जा रहा है और इसके भविष्य को लेकर सरकार ने चुप्पी साध ली है।
महापात्र का आरोप है कि कुछ नेता, भ्रष्ट अधिकारी और माफिया किस्म के लोग पुरी मंदिर के खिलाफ लगातार षड़यंत्र कर रहे हैं। करोड़ों लोगों के आस्था के केंद्र इस विश्व प्रसिद्ध मंदिर में संस्कार के लिए हजारों लोगों ने सत्यपाठ दाखिल किया है लेकिन सरकार संस्कार के लिए गठित आयोग को ही काम नहीं करने दे रही है।
महापात्र ने कहा कि सरकार की उदासीनता का इससे बड़ा और क्या उदाहरण हो सकता है कि मंदिर परिचालन कमेटी का गठन आठ महीने से लंबित रखा गया था, अब राष्ट्रपति के दौरे से ठीक पहले हड़बड़ी में परिचालन कमेटी का गठन किया गया है। परिचालन कमेटी का कार्यकाल तीन साल का होता है पिछले 2 जुलाई 2017 से परिचालन कमेटी का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। महापात्र ने कहा कि भगवान श्री जगन्नाथ की हजारों करोड़ की संपत्ति माफिया के हाथ में है। सरकार इन लोगों पर लगाम लगा नहीं रही है जिससे मंदिर संपत्ति की लूट बदस्तूर जारी है। भक्तों के दवाब में राज्य सरकार ने श्रीमंदिर संस्कार के लिए आयोग तो बना दिया मगर उसका कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी इसे बढ़ाए जाने या जारी रखने का कोई संकेत नहीं दिया जा रहा है जिससे आशंका उत्पन्न हो रही है कि आयोग की रिपोर्ट को सरकार ठंडे बस्ते में डाल देना चाहती है।