सेल्टर होम मामले में कांग्रेस ने सरकार पर बोला हमला
बेलटिकिरी गांव मे शिशु आश्रय गृह में यौन शोषण मामला पूरे राज्य के लिए शर्मनाक है और यह सब राज्य सरकार के प्रोत्साहन से हो रहा था।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। ढेंकानाल जिला के बेलटिकिरी गांव मे शिशु आश्रय गृह में यौन शोषण मामला पूरे राज्य के लिए शर्मनाक है और यह सब राज्य सरकार के प्रोत्साहन से हो रहा था। यह आरोप प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाली साहू ने लगाया है।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में बातचीत में साहू ने कहा कि बेलटिकिरी गांव मे मौजूद शिशु आश्रय गृह में यौन शोषण मामला पूरे राज्य के लिए लज्जाजनक है। सरकार के बिना प्रोत्साहन के एक संस्था ढेंकानाल सहित राज्य के 26 जगहों पर किस प्रकार से शिशु आश्रय गृह चला रही थी। 2011 में उक्त संस्था ने आश्रय गृह शुरू किया और 2015 में प्रशासन ने इसे गैरकानूनी घोषित करते हुए बच्चों को उनके घर भेज दिया था।
ऐसे में गैरकानूनी घोषित आश्रय गृह का किसके दबाव में नाम बदला गया और उसे शिक्षा केंद्र के तौर पर अनुमति दी गई, ये सब सवाल के घेरे में है। पीसीसी प्रवक्ता ने कहा कि शासन-प्रशासन के बिना प्रोत्साहन के इस तरह के गैरकानूनी कार्य इतने दिनों तक चलना संभव नहीं था। विभागीय मंत्री केवल किशोर न्याय कानून के अधीन पंजीकृत शिशु आश्रय गृह पर अपनी बात कह कर चुप्पी साधे हुए हैं।
ऐसे में कांग्रेस उनका इस्तीफा के साथ निरपेक्ष जांच के लिए हाईकोर्ट या फिर सुप्रीमकोर्ट के तत्वावधान में सीबीआइ से जांच करने की सिफारिश करने की मांग करती है। उन्होंने कहा कि जिलाधीश कार्यालय के इतने नजदीक रहने वाले इस गैरकानूनी आश्रय गृह के बारे में इतने दिनों तक खुद जिलाधीश एवं पुलिस या एसपी को पता न चलने का मतलब, सरकार की विफलता को दर्शाता है। इसके साथ ही बलरामपुर में बीयर फैक्ट्री के लिए पेड़ों की कटाई का विरोध करने वाले स्थानीय लोगों पर पुलिस का जुल्म, ढेंकानाल की बदहाल कानून व्यवस्था पर कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल खड़े किए हैं।
भाजपा भेजेगी महिला प्रतिनिधि इधर, ढेंकानाल जिला अंतर्गत बेलटिकरी शिशु आश्रय गृह (सेल्टर होम) घटना के बाद भाजपा ने राज्य के सभी सेल्टर होम में महिला प्रतिनिधि भेजने का ऐलान किया है। भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष प्रभाति परिडा ने कहा कि इन सेल्टर होम में आश्रय देने के नाम पर न केवल व्यभिचार का खेल चल रहा था अपितु धर्म परिवर्तन का कुत्सित काम भी जारी है। परिडा ने कहा कि गुड न्यूज इंडिया द्वारा राज्य में 27 सेल्टर होम चल रहे हैं। इन्हें चलाने के लिए कड़े नियम होने के बावजूद किस तरह से सेल्टर होम में उसका उल्लघंन हो रहा था, यह जांच का विषय है।