Odisha: मलकानगिरी में नक्सलियों से लोहा लेने वाले ग्रामीणों की सुरक्षा बढ़ी
Murder Of Naxalite. ग्रामीणों के हमले में एक लाख का इनामी हार्डकोर नक्सली गंगा माढी उर्फ अडंमा की मौत हो गई थी।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। Murder Of Naxalite. नक्सल प्रभावित मलकानगिरी जिले के स्वाभिमान इलाके में एकजुट होकर नक्सली नेता की हत्या करने वाले ग्रामीणों को राज्य सरकार ने सुरक्षा मुहैया कराने का निर्णय लिया है। नक्सली हमला की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है।
जिले के जडांब और जंतुराई गांव के लोगों ने बीते रविवार को एकजुट होकर नक्सलियों को माकूल जवाब दिया था। ग्रामीणों के हमले में एक लाख का इनामी हार्डकोर नक्सली गंगा माढी उर्फ अडंमा की मौत हो गई थी, जबकि अन्य एक चार लाख का इनामी नक्सली जिप्रो हाटरिक उर्फ जितरा घायल हुआ था। उपचार के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। चित्रकोंडा तहसील प्रशासन के अनुसार दोनों गांव के लोगों के लिए सुरक्षा मुहैया कराई गई है। प्रशासन 15 दिनों तक इन लोगों को फ्री-किचन की सुविधा भी उपलब्ध कराएगा। साथ ही, जडांब गांव के 60 परिवारों को प्रति परिवार 30-30 हजार रुपये की सहायता दी गई है। प्रत्येक परिवार को बीजू पक्का घर उपलब्ध कराने के साथ पड़ोस के गांव सिंधिपुट एवं टिकरपड़ा के लोगों को भी सुरक्षा देने की व्यवस्था की गई है।
मलकानगिरी में ग्रामीणों के हमले में इनामी नक्सली गंगा माढी ढेर
दक्षिण ओडिशा के मलकानगिरी जिले के जडंबा पंचायत अंतर्गत जंतुराई गांव में गणतंत्र दिवस व विकास कार्यों का विरोध करने के लिए शनिवार को बरगलाने आए नक्सलियों को गांववालों ने साथ देने से जब मना कर दिया, तो वे हिंसा पर उतर आए। नक्सलियों ने गांव के एक व्यक्ति को हाथ-पैर बांधकर उल्टा लटका दिया। यह देख ग्रामीण भड़क गए और एकजुट होकर नक्सलियों से अपने गांववाले को बचा लिया। गांववालों का ऐसा विरोध देख नक्सली धमकी देकर लौट गए। लेकिन, गणतंत्र दिवस की सुबह वे फिर लौटे और ग्रामीणों पर हमला कर दिया। नक्सलियों के गोली बंदूक का सामना ग्रामीणों ने अपने पारंपरिक हथियार तीर-धनुष और पत्थर से किया और उन्हें गांव से बाहर खदेड़ दिया।
इधर, गांववालों के पथराव से दो इनामी नक्सली गंगा माढी उर्फ अड़मा और जिप्रो हाटरिक उर्फ जितरा गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टर ने गंगा माढ़ी उर्फ अड़मा को मृत घोषित कर दिया। जबकि, जिप्रो उर्फ जितरा को इलाज के बाद पुलिस ने हिरासत में ले लिया। मृत नक्सली जिले के ही कालीमेला गांव का निवासी बताया गया है। उसके सिर पर एक लाख का इनाम था, जबकि जिप्रो कोरापुट जिला के नारायणपटना का है। उसके सिर पर चार लाख रुपये का इनाम है। दोनों गुमा एरिया कमेटी के कैडर नक्सली बताए गए हैं। पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश खिलारी ने सोमवार को बताया कि शनिवार की रात हथियारों से लैस नक्सली जंतुराई गांव पहुंचे थे। गांववालों से हो रहे विकासकार्य का विरोध करने के लिए बरगलाने की कोशिश की। लेकिन गांववाले उनका साथ देने को तैयार नहीं हुए।
इस पर नक्सलियों ने गांव के एक व्यक्ति के हाथ-पैर बांधकर उल्टा लटका दिया। यह देख गांववालों ने एकजुट होकर उसे बचा लिया। इस पर नक्सली गांव से चले गए। लेकिन, रविवार की सुबह नक्सली फिर से जंतुराई गांव पहुंचकर गांववालों को धमकाने लगे। ऐसे में गांववालों ने एकजुट होकर नक्सलियों पर पथराव किया और तीर धनुष से भी हमला कर दिया। गांववालों के जवाबी हमले के कारण नक्सलियों को भागना पड़ा। भागते हुए नक्सलियों ने दर्जनभर घरों को आग के हवाले कर दिया। ग्रामीणों के पथराव से दो इनामी नक्सली गंगा माढी उर्फ अड़मा और जिप्रो हाटरिक उर्फ जितरा घायल होकर बेहोश हो गए। इसकी खबर लगते ही सुरक्षा बल के जवान घटनास्थल पहुंचे और दोनों को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने गंगा को मृत घोषित कर दिया।