संबलपुर, संवाद सूत्र। ओडिशा के संबलपुर में सेंधमारी के दौरान भालू का मुखौटा लगाकर अपने साथियों के साथ सेंधमारी करने वाले गिरोह के सरगना राजा मुंडा और साथियों को, शुक्रवार के दिन मयूरभंज जिला की उदला पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
मयूरभंज, बालेश्वर, भद्रक समेत अन्य जिलों में थे सक्रिय
यह गिरोह मयूरभंज, बालेश्वर और भद्रक जिला समेत अन्य कई जिलों में पिछले कई महीनों से सक्रिय था और पुलिस के लिए सिरदर्द साबित हो रहा था। हाल के दिनों में यह गिरोह मयूरभंज जिले में सक्रिय था। इसका पता चलने के बाद जिला पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश खिलारी के निर्देश पर इस गिरोह की तलाश की जा रही थी।
शुक्रवार के दिन, मयूरभंज जिले के उदला थाना में आयोजित प्रेसवार्ता में कप्तीपदा एसडीपीओ सार्थक राय और थानेदार निरोज कुमार सामल ने मीडिया को बताया कि यह गिरोह भद्रक जिले का है और आसपास के कई जिलों में अलग-अलग तरीके से सेंधमारी, लूटपाट और डकैती करता रहा है।
उदला पुलिस गुरुवार की रात जब रात्रि गश्त पर निकली थी, तभी राधो गांव निकटस्थ बरबाडी केनाल के निकट दो बाइक में सवार कुछ युवकों को देख संदेह हुआ। पुलिस जब उनके पास पहुंची तो एक युवक वहां से भाग निकला।
ऐसे में पुलिस ने अन्य चार युवकों पर संदेह हुआ और उन्हें हिरासत में लेने समेत उनके बाइक की तलाशी ली तब चाकू, लोहे का रॉड, कटर प्लास, प्लास और मोबाइल आदि जब्त हुआ।
भालू का मुखौटा पहनकर देता था वारदात को अंजाम
हिरासत में लिए गए युवकों में से एक भालू का मुखौटा पहने हुए था। उसकी पहचान राजा मुंडा के रुप में की गई, जो इस गिरोह का सरगना था और सेंधमारी, लूटपाट और डकैती के दौरान अपनी पहचान छिपाने के लिए भालू का मुखौटा पहने रहता था।
पुलिस चारों हिरासतियों को थाने लाकर पूछताछ की तब पता चला कि यह गिरोह गुरुवार की रात उदला थाना इलाके में कहीं डकैती डालने की योजना बनाकर भद्रक से आया था। गिरोह के सदस्यों ने विभिन्न जिलों में गिरोह द्वारा किए गए अपराध को भी स्वीकार किया।