रेल विद्युतीकरण भुवनेश्वर एवं कोलकाता कार्यालय होगा बंद
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : भारतीय रेल की ओर से रेल विद्युतीकरण केंद्रीय संगठन के पुनर्गठन की प्र
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर :
भारतीय रेल की ओर से रेल विद्युतीकरण केंद्रीय संगठन के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके तहत देश के विभिन्न हिस्सों में रेल विद्युतीकरण के मुख्य परियोजना निदेशक के पदों को एकीकृत या स्थानांतरित किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में प्रशासनिक एवं तकनीकी दृष्टिकोण से कुछ इकाईयों को जिनका काम पूरा हो चुका है, उन्हें दूसरी परियोजनाओं के साथ शामिल करने या स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया है। इसी क्रम में रेल विद्युतीकरण परियोजना भुवनेश्वर को कर्नाटका में लंबित परियोजनाओं को पूरा करने के लिए बैंगलोर स्थानांतरित किया गया है। इसके साथ ही रेल विद्युतीकरण, भुवनेश्वर को आवंटित पश्चिम बंगाल की अजीमगंज न्यू फरक्का रेल लाइन के विद्युतीकरण काम के बेहतर निगरानी व समन्वय के उद्देश्य से दानापुर, बिहार को स्थानांतरित किया गया है। इसी प्रकार बेहतर समन्वय के उद्देश्य से आरई सिकंदराबाद का काम आरई चेन्नई को स्थानांतरित किया गया है। वहीं न्यू जलपाईगुड़ी में कार्यरत आरई स्थापना का स्थानांतरण गुवाहाटी कर दिया गया है। उपरोक्त के आलोक में बेहतर कार्य निरीक्षण एवं कार्यान्वयन के लिए रेल विद्युतीकरण संगठन का पुनर्गठन करते हुए 31 मार्च 2019 से रेल विद्युतीकरण के भुवनेश्वर एवं कोलकाता कार्यालय को बंद करने का निर्णय लिया गया है। ज्ञात हो कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि रेल विद्युतीकरण की किसी इकाई को बंद किया जा रहा है। इससे पहले रांची, मथुरा, कोटा आदि जगहों पर भी परियोजना का काम पूरा होने के बाद इकाई को बंद किया गया था।