निजी स्कूल फीस को लेकर द्वंद बरकरार
निजी स्कूलों द्वारा बढाई जा रही फीस को लेकर अभिभावक एवं निजी स्कूल संगठन में तकरार जारी है।
संसू, भुवनेश्वर : निजी स्कूलों द्वारा बढाई जा रही फीस को लेकर अभिभावक एवं निजी स्कूल संगठन में तकरार जारी है। सरकार ने मामले के निपटारे के लिए एक कमेटी का गठन किया था। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में सरकार को सुझाव दिया है कि निजी स्कूलों को 7 अलग-अलग स्लैब में फीस की दर निर्धारित करनी होगी। मामला हाईकर्ट में विचाराधीन है। लेकिन इस बीच ओडिशा अभिभावक संघ एवं निजी स्कूल संगठन ने कमेटी की रिपोर्ट का पुरजोर विरोध किया है। हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों ने अपनी अपनी दलील रखी। हाई कोर्ट में राय संरक्षित है। ओडिशा अभिभावक संघ का दावा है कि कमेटी ने सरकार को जो रिपोर्ट दी है वह परोक्ष में निजी स्कूलों का हित साधन करने वाली है। इससे अभिभावकों को आर्थिक नुकसान होगा। संघ का दावा है कि कमेटी ने 6 हजार रुपये वार्षिक फीस लेने वाले निजी स्कूलों के फीस घटाने से मना कर दिया है जो उचित नहीं है। स्कूल फीस टयूशन फीस को लेकर द्वंद की स्थिति बनी हुई है। स्कूल फीस के अलावा निजी स्कूलों में बिजली शुल्क, यातायात शुल्क, कंप्यूटर शुल्क जैसे प्रावधान हैं। जब स्कूल बंद हैं तो अभिभावक ये सब फीस क्यों जमा करें।