निवेश के लिए अनुकूल वातावरण जरूरी: धर्मेंद्र प्रधान
देश में पेट्रो रसायन के क्षेत्र में 22 लाख नियुक्ति का अवसर है। उन्होंने कहा कि राज्य में पर्याप्त मात्रा में कोयला एवं खदान संपदा है।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। राजधानी भुवनेश्वर में आयोजित पेट्रो रसायन सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पेट्रो रसायन के क्षेत्र में निवेश के लिए पूर्वी भारत में व्यापक अवसर है। इस क्षेत्र में आगामी दो साल में 30 हजार करोड़ रुपये से अधिक का पूंजी निवेश होने की संभावना है। इस निवेश के बाद 1 लाख से अधिक नियुक्ति के अवसर बनेंगे। प्रधान ने कहा कि इतनी बड़ी पूंजी निवेश के लिए राज्य में अनुकूल वातावरण होना जरूरी है।
देश में पेट्रो रसायन के क्षेत्र में 22 लाख नियुक्ति का अवसर है। उन्होंने कहा कि राज्य में पर्याप्त मात्रा में कोयला एवं खदान संपदा है। इसके साथ ही पारादीप, धामरा एवं गोपालपुर जैसे बंदरगाह भी यहां पर हैं। यदि वातावरण ठीक रहता है तो फिर पारादीप एवं धामरा जैसे बंदरगाह वाले इस राज्य में इन प्रोजेक्ट को लाने में कोई असुविधा नहीं होगी। औद्योगिक संस्थाओं के लिए अगले 20 साल के लिए कम कीमत पर जमीन एवं किफायती दर पर बिजली देने की घोषणा करने जरूरत है अन्यथा ये निवेशक पड़ोसी राज्य की ओर
भी अपना रुख कर सकते हैं।
मंत्री ने कहा कि पेट्रोलियम, रसायन एवं पेट्रो रसायन निवेश के लिए पारादीप एक उपयुक्त स्थान है। भारतीय तेल निगम की तरफ से यहां पर 35 हजार करोड़ रुपये से र्वािषक 15 न्यूनतम टन क्षमता वाला एक तेल विशोधनागार स्थापित किया जा चुका है। इसके साथ ही 3150 करोड़ रुपये खर्च से निर्माणाधीन सालाना 7 लाख टन विशिष्ट पली प्रपिलिन यूनिट भी अगले साल से कार्यकारी हो जाएगी।
इससे प्लास्टिक उद्योग के लिए कच्चामाल आसानी से उपलब्ध हो जाएगा। इसके अलावा अन्य प्रोजेक्ट भी हैं। इन तमाम प्रस्तावों के कार्यकारी होने पर बंदरगाह के रूप में प्रसिद्ध पारादीप शहर पेट्रो रसायन उद्योग का केंद्र बन जाएगा। वर्तमान समय में ओडिशा में सिपेट की 4 शाखा हैं, जल्द ही पारादीप में एक नया सर्विस केंद्र खोला जाएगा।
राज्य के वित्त मंत्री शशि भूषण बेहेरा ने कहा कि राज्य सरकार उत्पादन क्षेत्र के विकास पर महत्व दे रही है। पेट्रो रसायन क्षेत्र को अग्राधिकार दिया जा रहा है। एमएसएमई विभाग के मंत्री प्रफुल्ल सामल ने कहा कि हमारे विभाग की ओर से सभी प्रकार की मदद की जाएगी। पारादीप जैसे धामरा बंदरगाह इलाके का विकास होना चाहिए।
इस दौरान तीन महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर भी हुए। मुंबई इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी (आइसीटी) की ओर से भुवनेश्वर में एक कैंपस स्थापित करने के लिए भारतीय तेल निगम लिमिटेड (आइओसीएल) के साथ, दूसरा आइओसीएल एवं एसपीसीआइ प्राइवेट लिमिटेड के बीच कंटीनिवस पलीमराइजेशन एवं यार्न यूनिट स्थापित करने के लिए तथा तीसरा पारादीप में 100 करोड़ रुपये के निवेश से प्लास्टिक पार्क स्थापित करने के लिए इडको एवं आइओसीएल के बीच करारनामा हुआ।
इस प्रोजेक्ट के लिए केंद्र रसायन एवं पेट्रो रसायन मंत्रालय की ओर से 40 करोड़ रुपये अनुदान की व्यवस्था किए जाने की जानकारी इस अवसर पर विभागीय सचिव राजीव माथुर ने दी है।
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