पीएम मोदी ने ओडिशावासियों से की परिवर्तन की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के पिछड़ेपन के लिए राज्य सरकार को घेरा।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के पिछड़ेपन के लिए राज्य सरकार को घेरा। स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, स्वच्छता और व्यवस्था आदि समस्याओं पर सवाल तो किया, मगर सीधे नवीन पटनायक सरकार पर हमला करने से बचते नजर आए। इन तमाम मुद्दों को उठाने के साथ-साथ राज्य में विकास पर जोर दिया और परिवर्तन का आह्वान किया। सोमवार को एक दिवसीय ओडिशा दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुर्दा जिला के वरुणेई में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया।
पीएम ने अपने भाषण की शुरुआत ओडि़या में जय जगन्नाथ के जयघोष के साथ करते हुए पाइक विद्रोह के सेनानियों जई राजगुरु, बक्सी जगबंधु व माधव चंद्र राउतराय को नमन किया। उन्होंने ओडिशा के विभिन्न क्षेत्रों में पिछड़ेपन के लिए राज्य सरकार पर सवाल खड़ा किया और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा ओडिशा के विकास के लिए उठाए गए कदमों को याद किया। प्रधानमंत्री ने उपस्थित जनसमूह से कहा कि देश में स्वच्छता का दायरा 97 फीसद है, लेकिन ओडिशा आज भी खुले में शौच से मुक्त करने की दिशा में निचले पायदान पर है।
उन्होंने सवाल किया कि ओडिशा के युवा आज पलायन करने को मजबूर क्यों हैं, आखिर यहां के बच्चे कुपोषण का शिकार क्यों हो रहे हैं। डॉक्टरों के पद खाली क्यों है, राज्य का किसान बूंद-बूंद पानी के लिए क्यों तरस रहा है। क्या वजह है कि भ्रष्टाचार का दानव ओडिशा में इतना शक्तिशाली हो गया है। वह कौन है जो इस दानव को दाना-पानी दे रहा है। इन सवालों का जवाब जितना स्पष्ट होगा, उतना ही केंद्र सरकार विकास के कार्यों के लिए आगे बढ़कर काम कर पाएगी।