गरीब की चिंता व कल्याण हमारा कर्तव्य : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि गरीब की चिंता व गरीब का कल्याण
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि गरीब की चिंता व गरीब का कल्याण हमारा कर्तव्य है। इस दिशा में सरकार पूरी तरह से सचेष्ट है। गरीबों के कल्याण के लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं। भ्रष्टाचार पर निर्णायक प्रहार किया गया है। अब अपना देश कुशासन से सुशासन की ओर बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी अपनी सरकार के चार साल पूरे होने के अवसर पर शनिवार को कटक के बालीयात्रा मैदान में आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री ने इस सभा के जरिए एक ओर जहां अपने चार साल के कार्यकाल की एक-एक उपलब्धि को देश के सामने रखा, वहीं दूसरी तरफ काग्रेस एवं ओडिशा की बीजद सरकार के साथ राजनीति में परिवारवाद पर भी कटाक्ष किया। ओडिशा की धरती और भगवान जगन्नाथ को प्रणाम करते हुए उन्होंने ओडिशा के शहीद सपूतों को याद किया। उन्होंने कहा कि इस धरती से लिया गया संकल्प कभी विफल नहीं होता है। आज राजग सरकार के चार साल पूरे होने पर इस विशेष आयोजन में ओडिशा की धरती पर मुझे आने का मौका मिला है, यह मेरा सौभाग्य है।
प्रधानमंत्री ने कहा, आपकी आकाक्षाएं मेरी ऊर्जा है। भयंकर गर्मी के बीच जब आपकी आखों में चमक देखता हूं तो मेरा विश्वास और भी और मजबूत हो जाता है। चार साल में देश के सवा सौ करोड़ लोगों में यह भरोसा पैदा किया है कि हालात बदल सकता है, स्थितिया बदल सकती हैं और हमारा ¨हदुस्तान भी बदल सकता है। आज ¨हदुस्तान ठहराव से निरंतरता की ओर, अव्यवस्था से व्यवस्था की ओर, कुशासन से सुशासन की ओर और कालेधन से जनधन की ओर तेज गति से दौड़ रहा है। राष्ट्र निर्माण के लिए हो रहा यह परिवर्तन ही न्यू इंडिया का आधार है। आज देश के लोगों को भरोसा है कि दिल्ली में बैठी केन्द्र की सरकार सबका साथ- सबका विकास के मंत्र पर चलते हुए जन कल्याण के लिए काम कर रही है। यह वह राजग सरकार है, जिसके लिए गरीबों का पसीना गंगा यमुना की तरह पवित्र है। इस सरकार में बैठे लोग गरीबी जी कर आए हैं। इसलिए गरीब की चिंता व गरीब का कल्याण उनका कर्तव्य है।
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खचाखच भरा था मैदान :
भीषण गर्मी में भी खचाखच भरे मैदान में लोगों के मुखातिब प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को पहली बार ऐसे राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति एवं प्रधान सेवक मिले हैं जिनका जीवन एक-एक पैसे की कीमत समझते हुए बीता है। उन्होंने कहा कि गत चार साल में 5 राज्यों से बढ़कर आज 20 राज्य में हमारी सरकार आपके विश्वास से बनी है। आज देश भर में भाजपा के 1500 से अधिक चुने हुए विधायक हैं। देश के स्थानीय निकायों में हमारे हजारों जन प्रतिनिधि जन सेवा में जुटे हैं। पिछले चार साल में भाजपा सही मायने में पंचायत से संसद की एक विशाल पार्टी बन चुकी है। हमें जनता का जो आशीर्वाद मिल रहा है यह केवल हमारे बल या किसी नेता की जीत नहीं है, बल्कि जनता के विकास व विश्वास की जीत है।
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कड़े फैसले लेने से नहीं डरते :
प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने सहयोगियों के साथ मिलकर हमारी सरकार साफ नीयत के साथ काम कर रही है। हम न तो कड़े फैसले लेने से डरते हैं और न ही बड़े फैसले लेने से चूकते हैं। जब देश में भरोसे वाली सरकार चलती है तभी सर्जिकल स्ट्राइक जैसे निर्णय लेने की ताकत मिलती है। नीतियों से जानबूझकर कनफ्यूजन नहीं फैलाया जाता, जब कमिंटमेंट वाली सरकार चलती है तब बैंकों से कर्ज लेकर न लौटाने वालों को बैंकों का पैसा लौटाने को मजबूर होना पड़ता है।
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काले धन पर जमकर बोले :
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता के लिए देश को भ्रमित करने वाले और देश से झूठ बोलने वाले न तो कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं और न ही देश को टैक्स दिलाने के लिए काम कर सकते हैं। कालेधन पर हमारी सरकार की कार्रवाई ने कट्टर दुश्मनों को दोस्त बना दिया है। चार साल में जाच एजेसियों द्वारा 3 हजार छापे मारे गए। इससे 53 हजार करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता चला है। बेनामी संपत्ति कानून लागू होने के बाद इतने कम समय में 3500 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति को जब्त किया जा चुका है। सरकार ने देश भर में 20 से अधिक ऐसी टीम बनाई है जो केवल बेनामी संपत्तियों को खंगालने का काम कर रही है। आज इस देश में चार पूर्व मुख्य मंत्री जेल में है।
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घपले करने वाले हो रहे एकजुट :
प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार करने के कारण ही पांच हजार करोड़ के घोटाले के आरोपित लोग या अलग-अलग घोटालों में संलिप्त लोग अब एकजुट हो रहे हैं। ऐसे लोग देश को बचाने के लिए नहीं बल्कि अपने परिवारों को बचाने के लिए एकत्र हो रहे हैं। मोदी ने कहा कि जनता सब जानती है। कौन भूल सकता है लाखों करोड़ों के घोटालों की खबरों को। इससे देश- विदेश में होनेवाली शर्मिंदगी की खबरें को। उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब रिमोट कंट्रोल से संचालित एक प्रधानमंत्री के ज्यादा फैसले कैबिनेट और कार्यालय से बाहर ले लिए जाते थे। क्या महात्मा गाधी, सुभाष चन्द्र बोष, भगतसिंह ने इसी लिए बलिदान दिया था? यदि काग्रेस एवं उसके परिवार ने इसे समझा होता तो देश इस स्थिति में कभी रहा होता।
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जनपथ से नहीं जनमत से चल रही सरकार :
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार किसी जनपथ से नहीं जनमत से चल रही है। देश के 50 फीसद लोगों के पास गैस कनेक्शन नहीं था। पिछले चार साल में हमारी सरकार ने 10 करोड़ लोगों को एलपीजी कनेक्शन दिया है। सड़कें नहीं थी। शौचालय नहीं था। बैंक पासबुक नहीं था। जिन लोगों के पास यह सुविधा नहीं थी उसमें दलित, आदिवासी, पिछड़ा वर्ग के लोग शामिल थे। हमारी सरकार ने चार साल में 80 प्रतिशत लोगों के पास ये तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराईं। आज देश के संपूर्ण गाव तक बिजली पहुंच चुकी है। चार साल में 18000 से अधिक गावों में बिजली पहुंचाई। सौभाग्य योजना के तहत 7 करोड़ घरों में मुफ्त बिजली दी जा रही है। गरीब से गरीब के घर में बिजली पहुंचेगी। सभी गावों को सड़कों से जोड़ दिया जाएगा। हमारी सरकार आने से पहले देश की 40 प्रतिशत जनसंख्या स्वच्छता के दायरे में थी। हमने 4 साल में यह आकड़ा 80 प्रतिशत तक पहुंचाया है। आजादी से लेकर 2014 तक देश में 6 करोड़ शौचालय थे। पिछले चार साल में साढ़े चार करोड़ नए शौचालय बनाए गए हैं। अगले साल महात्मा गाधी के जन्म शताब्दी पर पूरा देश स्वच्छ हो जाएगा।
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गिनाई उपलब्धियां :
विश्व बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक 53 प्रतिशत भारतीयों के पास बैंक खाते थे। आज 80 प्रतिशत लोगों के पास बैंक खाता है। जनधन योजना के तहत खोले गए 32 करोड़ खातों ने गरीब को देश की अर्थव्यवस्था के साथ जोड़ा है। सवा करोड़ ओडिशा में जनधन खाता खुला है। देश में 1 करोड़ लोगों को अटल पेंशन योजना से जोड़ा गया है। सामाजिक सुरक्षा आयुष्मान भारत योजना के तहत देश के 50 करोड़ गरीबों को हेल्थ कार्ड प्रदान किया जाएगा। संकल्प से सिद्धि तक की यह यात्रा नए भारत के लिए नया विश्वास जगाती है। 1400 से ज्यादा पुराने कानून को हमने खत्म किया। देश में कालेधन का कारोबार का काम करने वाली कंपनियों की संख्या कम हुई। लाख 26 हजार संदिग्ध कंपनियों का रजिस्ट्रेशन रद्द किया गया है। 2012-13 में जिस रफ्तार से महंगाई बढ़ रही थी, उस पर हमने नियंत्रण लगाया है। गरीबो व मध्यम वर्ग के रसोई खर्च को हमारी सरकार ने कम किया है। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि नीयत साफ, इरादे नेक हैं तो कठिन से कठिन समय में देश की जनता आपके साथ खड़ी रहेगी।
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ओडिशा सरकार पर बोला हमला :
ओडिशा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राज्य में स्वास्थ्य की हालत बहुत खराब है। ऐसा कोई दिन नहीं आता जब यहा से शर्मिंदा करने वाली तस्वीरें मीडिया से देखने को न मिले। ओडिशा सरकार भले ही अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभा रही है लेकिन भारत सरकार इसके लिए काम कर रही है। लोगों को इलाज के लिए गाव के पास अस्पताल बनाए जा रहे हैं। गंभीर इलाज के लिए राजधानी भुवनेश्वर में एम्स बनाया गया है। केन्द्र सरकार ओडिशा के लोगों के लिए जी जान से काम कर रही है, तो राज्य सरकार लोगों को गुमराह करने का काम कर रही है। इसका सबसे जीवंत उदाहरण है, महानदी के पानी को लेकर खड़ा किया गया विवाद। ओडिशा में जो पाच नदिया बहती हैं, उसका भी उचित इस्तेमाल राज्य सरकार नहीं कर पायी।