प्रधानमंत्री आवास योजना में धांधली
किसी को चार किस्त में एक लाख 20 हजार रुपया मिला है तो किसी को तीन किस्त में 90 हजार रुपया एवं और किसी के पुराने घर के साथ नए घर का फोटो लगाया गया है।
भुवनेश्वर, जेएनएन। भद्रक जिला चांदबाली ब्लाक अन्तर्गत 14 पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़े पैमाने पर हेरफेर होने की बात सामने आई है। खबर के मुताबिक करीबन 60 से अधिक हिताधिकारियों के नाम पर फर्जी तथ्य जमाकर रुपये की लूट की गई है। इस घटने का पर्दाफाश खुद केंद्र ग्रामीण विकास विभाग की वेबसाइट में हुआ है। र्दोंसगा के सपन दास, कांडगरड़ी के निरंजन थाटोई, ओरासाही का रवींद्र सेठी, मीनती राउत एवं नीलमणि परिड़ा आदि को प्रधानमंत्री आवास योजना में पक्का घर मिला है। किसी को चार किस्त में एक लाख 20 हजार रुपया मिला है तो किसी को तीन किस्त में 90 हजार रुपया एवं और किसी के पुराने घर के साथ नए घर का फोटो लगाया गया है।
हालांकि हकीकत कुछ और है। किसी का पक्का घर आधा बना है तो और किसी को घर बनाने के लिए पुराने घर को तोड़कर कई प्रकार के असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। फर्जी कागज एवं फोटो देकर अन्य किसी ने इन गरीबों के पैसे को उठा लिया है, ऐसा आरोप सामने आया है। केवल इतना ही नहीं 2016-17 एवं 2017-18 आर्थिक साल में चांदबाली ब्लाक में 14 पंचायत में 60 से अधिक हिताधिकारी के नाम पर इसी तरह की दुर्नीति होने का मामला सामने आया है। प्रधानमंत्री आवास योजना में बनने वाले इन घरों को पूरा होने की बात दर्शाते हुए 80 लाख रुपये हड़पने की बात सामने आ रही है। इस संबंध में पंचायत चुनाव अधिकारी का कहना है कि ग्राम रोजगार सेवक ने बिल बनाया है। ऐसे में इस प्रकार की त्रुटि पर ब्लाक डेवलेपमेंट आफिसर (बीडीओ) कदम उठाएंगे। वहीं बीडीओ मनोज पात्र का कहना है कि 2016-17 में इस प्रकार की कुछ गलतियों का समाधान किया गया है। यदि आरोप आता है तो फिर जांच कर जरूरी कदम उठाया जाएगा।