शटडाउन के बाद बाजारों में उमड़ा लोगों का हुजूम, शारिरिक दूूूूरी नियम की उड़ी धज्जियां
Shutdown in Odisha ओडिशा के कोरोना प्रभावित इलाकों में सरकार द़वारा लागू दो दिवसीय शटडाउन के बाद लोगों ने शारिरिक दूूूूरी नियम को ताक पर रखते हुए जमकर खरीदारी की।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। राज्य में कोरोना संक्रमण को नियंत्रण करने के लिए सरकार की तरफ से कोरोना प्रभावित जिलों में शनिवार एवं रविवार को दो दिवसीय शटडाउन किया जा रहा है। लोग शटडाउन के नियम को मान भी रहे हैं और जो नहीं मान रहे हैं उनसे प्रशासन जुर्माना वसूल रहा है। हालांकि सोमवार को जैसे ही शटडाउन खुलता है उसके बाद जिस कदर लोगों का जमावड़ा बाजारों में लगता है, वह तस्वीर न सिर्फ डरावनी है बल्कि सरकार की तरफ से कोरोना पर लगाने के उद्देश्य से किए जा रहे दो दिवसीय शटडाउन पर भी पानी फेरने का काम कर रही है। लोग शारिरिक दूूूूरी नियम की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
यह स्थिति एक जगह की नहीं बल्कि राजधानी में चारों तरफ बाजारों में देखी सकती है। खासकर यूनिट-2, यूनिट-1, विभिन्न सब्जी मार्केट में लोगों की भीड़ सोमवार को देखी गई है। राजधानी में आए दिन संक्रमण तेजी से फैल रहा है। पिछले दो दिन में ही 102 नए संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं। रविवार को तो एक ही दिन में 64 नए मामले सामने आने के साथ ही राजधानी में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 704 तक पहुंच गई। इसमें से 368 का विभिन्न कोविड अस्पताल में इलाज चल रहा है जबकि 327 स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं और 8 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है।
राजधानी की बस्तियों में जिस कदर से कोरोना पैर पसार रहा है वह आगामी दिनों के लिए बड़े खतरे की तरफ इशारा कर रहा है। बीएमसी की माने तो पिछले दो दिनों में 62 लोग संगरोध क्षेत्र से संक्रमित पाए गए हैं जबकि 40 स्थानीय लोग भी संक्रमित हुए हैं। स्थानीय संक्रमण धीरे-धीरे बढ़ने से सामूहिक संक्रमण का खतरा भी बढ़ने लगा है। बावजूद इसके लोगों द्वारा कोरोना को लेकर बरती जा रही लापरवाही सरकार एवं प्रशासन के लिए चिंता का कारण बन गई है। ऐसा नहीं है कि राजधानी के किसी एक क्षेत्र से स्थानीय संक्रमित मिले हैं बल्कि चारों दिशाओं से स्थानीय संक्रमित सामने आ रहे है। राजधानी में बढ़ रही कोरोना चेन को किस प्रकार से तोड़ा जाएगा, इसे लेकर सरकार व प्रशासन चिंता में है वहीं लोग कोरोना की परवाह किए बगैर बाजारों में भीड़ लगाने से पीछे नहीं हट रहे है जो निश्चित रूप से शासन-प्रशासन के साथ आम लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी करने वाली है।