सरकार पर बिफरे बिजय महापात्र, नवीन ने नेताओं से मांगा हिसाब
पाटकुरा विस उपचुनाव में सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर परिणाम अपने पक्ष में दुरुपयोग कर परिणाम अपने पक्ष मे ंकरने का आरोप भाजपा नेता बिजय महापात्र ने लगाया है।
संसू, भुवनेश्वर : पाटकुरा विस उपचुनाव में सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर परिणाम अपने पक्ष में करने का आरोप भाजपा नेता बिजय महापात्र ने लगाया। महापात्र ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश पर ऐसी घेराबंदी की गई मानों पाटकुरा इलाके में कानून व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गई हो। उन्होंने इसके लिए राज्य सरकार पर सरकारी तंत्र का जमकर दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। इधर, पाटकुरा विस सीट जीतने के बावजूद बीजू जनता दल को कई ब्लॉक में अपेक्षित सफलता न मिलना दल के लिए चिता का सबब है। बीजद सुप्रीमो नवीन पटनायक ने इसे गंभीरता से लेते हुए पंचायतवार हिसाब मांगा है। सूत्रों की माने तो नवीन बाबू ने बीजद की पंचायत कमेटियों से यह जानकारी मांगी है कि कौन नेता चुनाव की कमान संभाल रहे थे।
गुरुवार शाम को नवीन निवास में हुई बैठक में जाजपुर के विधायक प्रणव प्रकाश दास, आली के विधायक प्रताप केशरी देव, महाकालपड़ा के विधायक अतनु सब्यसाची नायक, मंत्री रणेंद्र प्रताप स्वांई, अरुण साहू और पूर्वमंत्री संजय दास वर्मा शामिल थे। पाटकुरा विस चुनाव को बीजू जनता दल ने एक चुनौती के तौर पर लिया था। नवीन पटनायक के घोर विरोधी को पराजित करने के लिए दल ने मंत्री विधायकों की फौज लगा दी थी। फिर भी पिछले चुनाव के मुकाबले इसबार मतों का अंतर कम हुआ और भाजपा को चार गुना अधिक मत मिला, इसे लेकर बीजद में चिता का माहौल है। तभी पाटकुरा विस चुनाव की समीक्षा के लिए विशेष बैठक का आयोजन किया गया।
गौर ओडि़या अफसरों के कब्जे में है बीजद : पाटकुरा विस उपचुनाव में हार के बाद भाजपा उम्मीदवार बिजय महापात्र ने बीजू जनता दल में जारी असंतोष को लेकर जो बयान दिया है उसे लेकर सियासत गरमा गई है। बिजय महापात्र ने कहा कि एक सीट के लिए बीजद के 70 विधायक और 14 मंत्री पाटकुरा इलाके में डेरा डाले पडे रहे। मगर इनमें से अधिकतर वर्तमान बीजद पर गैर ओड़िया प्रशासकों के नियंत्रण से परेशान मिले। महापात्र ने कहा कि कुछ विधायकों ने खुद उनसे कहा कि इन अफसरों का दबदबा इतना है कि खुद मुख्यमंत्री इन दिनों इनके इशारे पर चलते दिखाई दे रहे हैं। महापात्र के इस खुलासे के बाद बीजू जनता दल में कंपन आरंभ हो गया है। महापात्र ने पाटकुरा विस उप चुनाव को बीजद के कील विजय योजना का नाम दिया है। महापात्र ने कहा कि सरकार की कील विजय योजना सफल हुई है मगर सरकार को विधायकों का नहीं अपितु सचिवालय के तीसरे तल पर बैठने वाले कुछ अफसरों का नियंत्रण है।