ओडिशा में शिक्षकों ने प्रदर्शन कर मांगा सातवें वेतन आयोग का लाभ
सातवें वेतन आयोग की सिफारिश के अनुसार वेतन पर सरकार की टालमटोल नीति के खिलाफ शिक्षक कर्मचारी संयुक्त मंच ने शनिवार को गांधी मार्ग पर धरना-प्रदर्शन किया।
संसू, भुवनेश्वर : सातवें वेतन आयोग की सिफारिश के अनुसार वेतन पर सरकार की टालमटोल नीति के खिलाफ शिक्षक कर्मचारी संयुक्त मंच ने शनिवार को गांधी मार्ग पर धरना-प्रदर्शन किया। मंच के प्रमुख सदस्य शिक्षक संघ के अध्यक्ष पवित्र महाला, ओस्टा के सधारण संपादक प्रकाश चंद्र महांती की अगुवाई में हुए इस विरोध-प्रदर्शन में सरकार की पाबंदी के बावजूद बड़ी संख्या में शिक्षक व कर्मचारी शामिल हुए। आंदोलनकारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद की। साथ ही मांगें नहीं पूरी होने पर आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी है।
संयुक्त मंच के आवाहक गोलक नायक ने बताया कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सन 1980 के बाद स्थापित स्कूल, कालेज, मदरसा को अनुदान देने की घोषणा की थी मगर सरकारी अमला मुख्यमंत्री के निर्देश तक की अवहेलना कर रहा है और इसे लागू करने में टालमटोल की नीति अपना रहा है। अनुदान कानून लागू करते समय शिक्षकों को केवल मूल वेतन देने के अलावा महंगाई भत्ता, वार्षिक वेतन वृद्धि पर ध्यान नहीं दिया गया। मुख्यमंत्री ने जो आश्वासन दिया था उसे प्रशासनिक स्तर पर दबा दिया गया है। इसे लेकर कई बार शासन-प्रशासन को अवगत कराते हुए शिक्षकों व कर्मचारियों के द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया लेकिन अबतक शासन स्तर से कोई पहल नहीं की गई है। लालफीताशाही के मनमाने रवैये के कारण राज्य के हजारों शिक्षकों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। जिसे अब बर्दाश्त नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि सातवें वेतन आयोग की सिफारिश के अनुसार पूर्ण वेतन सहित अन्य मागे अगर पूरी नहीं की गई तो आगामी दिनों में आंदोलन को और तेज किया जाएगा।