ओडिशा खदान विभाग ने रचा इतिहास: कोरोना के बीच पिछले साल की तुलना में इस साल 300 प्रतिशत अधिक राजस्व की वसूली
कोरोना महामारी के इस दौर में भी ओडिशा खदान विभाग ने इतिहास रच दिया है। आर्थिक साल के पहले क्वाटर में 9 हजार 200 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह कर ओडिशा खदान विभाग ने एक नया रिकार्ड बनाया है।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। ओडिशा खदान विभाग ने इतिहास रच दिया है। इस आर्थिक साल के पहले क्वार्टर में 9 हजार 200 करोड़ रुपये का खदान राजस्व संग्रह हुआ है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के फाइव टी संस्था एवं विभागीय अधिकारियों के प्रयास के चलते राजस्व संग्रह में रिकार्ड बढ़ोत्तरी हुई है। विभाग ने 2021-22 आर्थिक साल में 15 हजार करोड़ रुपये खदान राजस्व संग्रह करने के लक्ष्य रखा है।
जानकारी के मुताबिक चलित आर्थिक साल के पहले क्वाटर में 9 हजार 200 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह कर ओडिशा खदान विभाग ने एक नया रिकार्ड बनाया है। कोरोना महामारी के बावजूद जून महीने के अंत तक लौह अयस्क, मैगनीज, बाक्साइट, क्रोमाइट एवं कोयला उत्पादन, 2019- 20 आर्थिक साल की तुलना में 111 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। उसी तरह से खदान परिवहन के क्षेत्र में 104 प्रतिशत वृद्धि हुई है। 2019-20 अप्रैल एक तारीख से जुलाई 6 तारीख तक खदान राजस्व 3 हजार 93 करोड़ रुपया संग्रह किया है। 2021-22 आर्थिक साल में इसी समय के दौरान 9 हजार 617 करोड़ रुपये से अधिक राज्सव संग्रह हुआ है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 310 प्रतिशत अधिक है।
यहां उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार आर्थिक प्रतिबंध लगाने के साथ ही राज्य के हक देने में टाल मटोल की नीति अपना रही है बावजूद इसके केन्द्र का इंतजार किए बगैर सरकार अपना संबल बढ़ाने पर जोर दे रही है। विभागीय सचिव ने कहा है कि मुख्यमंत्री के दिगदर्शन के कारण यह सम्भव हुआ है। आर्थिक साल के अंत तक 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक खदान राजस्व वसूल करने का लक्ष्य रखा गया है।