बढ़ा मंत्री-विधायकों का वेतन व भत्ता
विधायकों को यह बढ़ा हुआ वेतन व भत्ता जनवरी 2017 से लागू किया गया है, जिस पर कैबिनेट ने अपनी मुहर लगा दी है।
भुवनेश्वर, जागरण सवाददाता। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की अध्यक्षता में बुधवार शाम को आयोजित कैबिनेट बैठक में मंत्री एवं विधायकों का वेतन व भत्ता 67 प्रतिशत बढ़ाने पर मुहर लग गई है। कैबिनेट में लिए गए निर्णय के मुताबिक मुख्यमंत्री को वेतन एवं भत्ता मिलाकर 98 हजार रुपये मिलेंगे।
फिलहाल मुख्यमंत्री को मासिक 59 हजार रुपये मिल रहे थे। इसी तरह कैबिनेट मंत्री वेतन एवं भत्ता मद में 97 हजार रुपये पाएंगे, उन्हें मासिक वेतन 58 हजार रुपये मिल रहा था। वहीं मासिक 57 हजार रुपये वेतन व भत्ता पा रहे राज्य मंत्रियों को 95 हजार रुपये मिलेंगे। इसी तरह विधानसभा अध्यक्ष (वाचस्पति) का वेतन 97,500 रुपये किया गया है जबकि इससे पहले 58,500 रुपया मिल रहा था।
उप वाचस्पति का वेतन 95 हजार रुपये किया गया है, जोकि 57 हजार रुपये था। सरकारी दल के मुख्य सचेतक का वेतन 97 हजार रुपये किया गया है, अभी इन्हें 58 हजार रुपये मिलते हैं। विरोधी दल के
मुख्य सचेतक का वेतन 97 हजार रुपये कर दिया गया है जबकि इससे पहले इनका वेतन 58 हजार रुपये था। सरकारी दल उप मुख्य सचेतक का वेतन 93 हजार रुपये कर दिया गया है जबकि इससे पहले 56 हजार रुपये मिल रहे थे। विरोधी दल उपमुख्य सचेतक का 93 हजार रुपये किया गया है, इन्हें 56 हजार रुपये मिलते हैं। विरोधी दल नेता का मासिक वेतन 97 हजार रुपये कर दिया गया है जबकि इससे पहले 58 हजार रुपये मिल रहे थे। इसी तरह विधायक भत्ता एवं वेतन आदि मिलाकर 60 हजार रुपये मासिक पा रहे
थे, जिसमें लगभग 67 प्रतिशत की वृद्धि कर एक लाख रुपये कर दिया गया है।
विधायकों को यह बढ़ा हुआ वेतन व भत्ता जनवरी 2017 से लागू किया गया है, जिस पर कैबिनेट ने अपनी मुहर लगा दी है। बुधवार को ही सभी पार्टी के विधायक वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात किए थे। वेतन बढ़ाने की मांग किए थे। मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद विधायक रवि नायक ने कहा था कि विधायक को एक करोड़ रुपये का कोष दिया गया है, इसे दो करोड़ किया जाना चाहिए।
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