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ओडिशा में किसानों की समस्याओं को लेकर विधानसभा में हंगामा

Odisha Assembly Adjourned. हंगामें की भेंट चढ़ गया ओडिशा विधानसभा का शीतकालीन सत्र, शनिवार तक के लिए स्थगित। कांग्रेस ने जमकर मचाया हल्ला।

By BabitaEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 04:50 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 06:51 PM (IST)
ओडिशा में किसानों की समस्याओं को लेकर विधानसभा में हंगामा
ओडिशा में किसानों की समस्याओं को लेकर विधानसभा में हंगामा

भुवनेश्वर, जेएनएन। ओडिशा विधानसभा का शीतकालीन अधिवेशन शुक्रवार से शुरू हो गया। पहले ही दिन विरोधी दल के सदस्यों ने राज्य के किसानों की समस्याओं को लेकर सदन में जमकर हंगामा किया। ऐसी स्थिति में विधानसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। इससे पूर्व सदन के नेता मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 15वें विधानसभा सभा के 14वें अधिवेशन की शुरुआत में शोक प्रस्ताव पेश किया।

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इसके बाद विरोधी दल सदस्यों के लगातार शोर शराबा एवं हंगामा करने से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल सकी। अंत में विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित कर दिया। विधानसभा के अधिवेशन के प्रारंभ में शुक्रवार को सबसे पहले विधानसभा अध्यक्ष प्रदीप अमात ने पूर्व सरकारी उपमुख्य सचेतक स्वर्गीय प्रसन्न कुमार पाल, पूर्व विधायक वंशीधर साहू, 29 असाम राइफल के पूर्व राइफलमैन चंबेश्वर महाकुड़, सीआरपीएफ के पूर्व ड्राइवर जगमोहन बेहेरा एवं दूरदर्शन के कैमरामैन अच्युतानंद साहू के निधन पर शोक प्रस्ताव पेश करने के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए शोक प्रस्ताव पेश किया, जिसका विरोधी दल नेता नरसिंह मिश्र एवं भाजपा विधायक दल के नेता कनक वद्र्धन सिंह देव ने समर्थन करते हुए दिवंगत आत्माओं के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए शोकाकुल परिवार के प्रति अपनी सहानुभूति प्रकट की। इसके बाद सदन में दो मिनट का मौन रखा गया।

शोक प्रस्ताव पर चर्चा के बाद विरोधी दल कांग्रेस एवं भाजपा के विधायकों ने किसानों की समस्या का मुद्दा उठाया और इसके साथ ही सदन में हंगामा शुरू हो गया। प्रश्नोत्तर कार्यक्रम से पहले किसान प्रसंग पर चर्चा करने के लिए विरोधी मांग करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष ने इसकी अनुमति नहीं दी। जिस पर कांग्रेस के सदस्य तारा प्रसाद वाहिनीपति, अंशुमान महांती, प्रकाश बेहेरा, के सूर्य राव, प्रफुल्ल माझी, चन्द्रशेखर माझी आदि सदस्य सदन के बीच में आकर हंगामा करने लगे। भाजपा के सदस्य भी कांग्रेस के साथ ताल में ताल मिलाते हुए सदन के बीच में आकर हो हल्ला करने लगे। 

परिस्थिति नियंत्रण से सदन में शोर शराबा कम न होने के चलते विधानसभा अध्यक्ष प्रदीप अमात ने सदन की कार्यवाही 12:14 बजे तक मुलतवी घोषित कर दी। इसके बाद कार्यवाही शुरू होने पर पुन: कांग्रेस के विधायक हो हल्ला करने लगे इससे विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही शनिवार तक के लिए मुलतवी घोषित कर दिया। 

 

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