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वायरल हो रहा प्रिंसिपल के नाम का नोटिस,लिखा- 14 फरवरी से पहले सभी लड़कियां बना लें अपना ब्वायफ्रैंड नहीं तो...

जगतसिंहपुर के एसवीएम कॉलेज में प्रधानाध्यापक की ओर से छात्राओं को बॉयफ्रेंड बनाने का आदेश देने वाला एक फर्जी नोटिस सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हंगामा मच गया। नोटिस में कहा गया है कि ब्वायफैंड न बनाने पर लड़कियों को क्लास में घुसने नहीं दिया जाएगा।

By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiPublished: Tue, 24 Jan 2023 12:19 AM (IST)Updated: Tue, 24 Jan 2023 12:19 AM (IST)
वायरल हो रहा प्रिंसिपल के नाम का नोटिस,लिखा- 14 फरवरी से पहले सभी लड़कियां बना लें अपना ब्वायफ्रैंड नहीं तो...
ओडिशा के कॉलेज में 'नो बॉयफ्रेंड नो कॉलेज' का 'फर्जी' नोटिस वायरल।

अनुगुल/भुवनेश्वर,जागरण संवाददाता: जगतसिंहपुर के एसवीएम कॉलेज में प्रधानाध्यापक की ओर से वैलेंटाइन डे से पहले छात्राओं को बॉयफ्रेंड बनाने का आदेश देने वाला एक फर्जी नोटिस सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हंगामा मच गया। हस्ताक्षर के साथ वायरल हो रहे नोटिस में यह निर्देश था कि अगर लड़कियां इस साल 14 फरवरी से पहले अपने लिए बॉयफ्रेंड नहीं चुनती हैं तो उन्हें कक्षाओं में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

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फर्जी नोटिस से बदनाम हो रहा हमारे कॉलेज का नाम

फर्जी नोटिस के अनुसार कक्षाओं में भाग लेने के योग्य होने के लिए, छात्राओं को न केवल बॉयफ्रेंड बनाना होगा बल्कि अपनी योग्यता की पुष्टि के लिए प्रिंसिपल के कार्यालय में अपने बॉयफ्रेंड की तस्वीरें भी जमा करनी होंगी। कॉलेज की एक छात्रा ने कहा कि हम सभी ने वायरल नोटिस देखा है। यह वास्तविक नहीं लगता। कुछ असामाजिक तत्वों ने फर्जी नोटिस वायरल कर दिया है। इससे हमारे कॉलेज का नाम बदनाम हुआ है। हमारे प्रधानाचार्य अच्छे आदमी हैं और हमें नहीं लगता कि उन्होंने ऐसा कुछ किया होगा।

प्राचार्य ने दर्ज कराई प्राथमिकी

इस बीच कॉलेज के प्राचार्य बिजय पात्रा ने इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज करायी है। पात्रा ने अपने द्वारा जारी किए गए ऐसे किसी नोटिस से इंकार किया है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि नोटिस मेरे द्वारा जारी नहीं किया गया है। जिस लेटरहेड पर वायरल नोटिस छपा है, वह फर्जी है। इसमें न तो कॉलेज का संपर्क नंबर है और न ही सही क्रम में नाम है । पात्रा ने कहा कि मैंने पहले ही इस संबंध में पुलिस शिकायत दर्ज करा दी है और कानून के अनुसार अपराधी को सजा देने की मांग की है।

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