नक्सल दमन अभियान के प्रतिवाद में नक्सल संगठन का ओडिशा बंद प्रभावहीन
ओडिशा में नक्सलियों के बंद का कोई प्रभाव नही दिखा है सीपीआइ नक्सल संगठन ने आज 24 घंटे के बंद का पालन किया।
भुवनेश्वर, जेएनएन। राज्य में कुछ दिनों की चुप्पी के बाद एक बार फिर नक्सलियों ने अपनी उपस्थिति जाहिर करने में लग गए हैं। पुलिस कार्यकलाप के खिलाफ सीपीआइ नक्सल संगठन ने आज 24 घंटे का बंद पालन किया है। हालांकि नक्सलियों के इस बंद का कोई विशेष प्रभाव ओडिशा में देखने को नहीं मिला है।
केन्द्र एवं राज्य सरकार के फांसीवादी शासन, नक्सल दमन अभियान को विरोध कर बंशधारा-घुमुसर-नागावली डिवीजन द्वारा आज का यह बंद पालन किया गया। नक्सलियों ने पुलिस के ग्रीनहंट आपरेशन का विरोध करने के साथ ओड़िशा में शराब बंद करने की मांग की है। बंद को सफल बनाने के लिए नक्सलियों ने कंधमाल जिले के कुर्तमगड़ के पास 59 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पेड़ काटकर मार्ग को अवरोध दिया। राष्ट्रीय राजमार्ग अवरोध होने से इस मार्ग पर यातायात सेवा पूरी तरह से ठप हो गई। उसी तरह से उत्तमगड़ के पास पंदरमाइल के पास भी नक्सलियों ने पेड़ काटकर मार्ग को बंद कर दिया। इसके चलते बालीगुड़ा-कोटगड़-रायगड़ा-कलाहांडी के बीच काफी देर तक आवागमन ठप हो गया।
जानकारी के मुताबिक नक्सलियों ने जहां पेड़ काटकर मार्ग अवरोध किया है। उन पेड़ों में विस्फोटक लगाने की बात सामने आने के बाद उक्त इलाके के लोगों में कुछ समय के लिए भय का महौल बन गया। नवरंगपुर में पोस्टर लगाकर बंद को सफल बनाने का आह्वान किया गया है। हालांकि नवरंगपुर में नक्सलियों के बंद का कोई असर नहीं देखा गया है।
इस बैनर में केन्द्र की मोदी सरकार एवं राज्य की नवीन पटनायक सरकार द्वारा चलाई जा रही नक्सल दमन नीति का विरोध किया गया है। मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ के कांगेर, धमतरी, गरिआबन्ध एवं ओडिशा के नुआपड़ा इलाके में भी बंद पालन करने की बात बैनर में लिखी गई है।
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एहतियातन 17 रूट में बंद किया गया है आवागमन
नक्सलियों के बंद आह्वान को देखते हुए राज्य के नक्सल प्रभावित जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार प्रभावित जिलों में कांबिंग आपरेशन तेज कर दिया गया है। इसके लिए सीआरपीएफ, बीएसएफ, डीवीएफ की 10 कंपनी फोर्स लगाए जाने की जानकारी रायगड़ा के एसपी डा.शर्वणा विवेक ने दी है। ओड़िशा सड़क परिवहन विभाग की तरफ से यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सतर्कता के तौर पर 17 रूट में वाहनों के आवागमन को बंद किया गया है।
नक्सल संगठन वंशधारा-घुमुसर-नागावली डिवीजन की सचिव माओनेत्री मितांग को ओड़िशा रायगड़ा, कलाहाण्डी, कंधमाल में बंद को सफल बनाने तथा नक्सल हिंस्सा करने की जिम्मेदारी दी गई थी।
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