डॉक्टर बन लोगों की सेवा करना चाहता है समीर
समीर ने कहा कि डॉक्टर बनना मेरा सपना है। रायगड़ा जैसे दुर्गम इलाके में लोग स्वास्थ्य सेवा पाने से वंचित हो रहे हैं।
भुवनेश्वर, जेएनएन। सीबीएसइ द्वारा संचालित नीट परीक्षा परिणाम सोमवार को प्रकाशित हुआ। इस परीक्षा में भुवनेश्वर साई इंटरनेशनल स्कूल के छात्र समीर पात्र ने पूरे देश में 30वां रैंक हासिल कर राज्य में पहला स्थान हासिल किया है। कुल 720 नंबर में से 671 नंबर यानी 99.99 प्रतिशत नंबर प्राप्त करने वाले समीर ने अपने माता-पिता एवं स्कूल के चेयरमैन डा. विजय कुमार साहू के साथ शाम के समय नवीन निवास जाकर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री ने समीर को बधाई देते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। समीर ने साई इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन तथा तमाम शिक्षक-शिक्षिका एवं आकाश इंस्टीट्यूट के कोचिंग के अध्यापकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि वह भविष्य में डॉक्टर बनना चाहता है। 20 जून को एम्स का परिणाम निकलने वाला है। यदि उसमें सफल होता हूं तो फिर मैं वहीं पर पढ़ाई करूंगा। यदि उसमें सफल नहीं होता हूं तो फिर दिल्ली में मौजूद मौलाना अब्दूल कलाम आजाद अस्पताल में एमबीबीएस की पढ़ाई करूंगा।
समीर ने कहा कि डॉक्टर बनना मेरा सपना है। रायगड़ा जैसे दुर्गम इलाके में लोग स्वास्थ्य सेवा पाने से वंचित हो रहे हैं। ऐसे में यदि मैं डॉक्टर बन गया तो फिर रायगड़ा में काम करूंगा। समीर के पिता संजय कुमार पात्र एक व्यापारी हैं और मां सस्मिता पात्र रायगड़ा के एक निजी स्कूल में शिक्षिका हैं। परिवार की आíथक स्थिति ठीक न होने से समीर ने साई इंटरनेशनल स्कूल के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई की। स्कूल की तरफ से उसके रहने से लेकर खाने व पढ़ने तक के तमाम खर्च वहन किए गए। यहां तक कि को¨चग सेंटर में भी वह मुफ्त में ही शिक्षा ले रहा था।