Coronavirus: ओडिशा में लॉक डाउन के दूसरे दिन भी सड़कों पर पसरा रहा सन्नाटा
Coronavirus. जरूरी सेवा के लिए लोग सुबह के समय घर से निकले और इसके बाद अपने घरों में चले गए।
जासं, भुवनेश्वर। Coronavirus. लॉक डाउन के दूसरे दिन सोमवार को भी राज्य के पांच जिला सहित 11 शहरों में सन्नाटा पसरा रहा। जरूरी सेवा के लिए लोग सुबह के समय घर से निकले और इसके बाद अपने घरों में चले गए। पहले दिन की तरह दूसरे दिन भी भुवनेश्वर व कटक शहर पूरी तरह से सुनसान नजर आया। सड़कों से वाहन नदारद रहे। बहुत जरूरी काम के लिए जाने वाले लोगों को पुलिस जांच करने के बाद उन्हें आगे जाने की अनुमति दे रही है।
हालांकि पहले दिन जिस प्रकार से लोग अपने अपने घरों में रहे, उस तरह की स्थिति आज कई शहरों में नहीं देखी गई है। राजधानी भुवनेश्वर से लेकर जाजपुर, कटक आदि शहरों में सुबह के समय सब्जी खरीदने एवं अन्य सामग्री लेने के लिए बाजार में दुकानों पर व सब्जी की दुकानों पर लोगों की खासी भीड़ देखी गई। अत्यावश्यक सामग्री की दुकान खोलने के सरकारी निर्देश का गलत फायदा उठाते हुए कई जगहों पर लोग अपनी दुकान के बाहर व्यापार करते देखे गए। कई जगहों पर लोगों को इसके लिए असुविधा का भी सामना करना पड़ा है। सरकार एवं प्रशासन की तरफ से लगातार लोगों से सावधानी बरतने एवं घरों में रहने की के लिए अपील की जा रही है।
खुर्दा, गंजाम, कटक, केन्द्रापड़ा तथा अनुगुल जिले को लक डाउन किया गया है। इसके साथ ही सम्बलपुर, झारसुगुडड़ा, ब्रजराजनगर, नवरंगपुर, उमरकोट, बालेश्वर, राउरकेला, भद्रक, पुरी, जाजपुर रोड, जाजपुर टाउन जैसे 11 शहर में लोगों को 29 मार्च रात नौ बजे तक घर में रहने को कहा गया है। राज्य से जाने वाले एवं राज्य बाहर से आने वाले सभी अंतरराज्यीय बस यातायात को अगले निर्देश तक के लिए बंद कर दिया गया है। इसके तहत अब आज से ओडिशा से अन्य किसी राज्य को और अन्य किसी भी राज्य से ओडिशा के लिए बस सेवा को बंद कर दिया गया है। वहीं, निजी हवाई सेवा संस्थान की तरफ से आगामी 29 मार्च तक विमान सेवा को रद कर दिया गया है।
लॉक डाउन को सख्ती से पालन
कोरोना वायरस संक्रमण फैलने से रोकने के लिए ओडिशा सरकार की तरफ से विभिन्न शहरों में जारी किए गए लॉक डाउन को सख्ती के साथ पालन किया जा रहा है। राजधानी भुवनेश्वर में सरकार व प्रशासन की तरफ से लगातार लोगों को घरों में रहने की अपील की जा रही है। जरूरी काम न होने पर लोग घर से बाहर न निकलें, इसके लिए तमाम व्यवस्था प्रशासन की तरफ से कई गई है। यही कारण है कि राजधानी भुवनेश्वर में तमाम चौराहों को नाकाबंदी कर दिया गया है।
बैंक, पत्रकार या फिर मेडिकल कर्मचारियों के अलावा जिन्हें बहुत जरूरी काम है, उन्हें जाने दिया जा रहा है। इसके लिए राजधानी में 45 प्लाटुन पुलिस बल तैनात की गई है। राजधानी में 54 पुलिस वैन लगातार विभिन्न कालोनी एवं इलाकों में चक्कर लगा रही है। कहीं भी यदि प्रतिबंध की गई दुकान खुली मिल रही है तो उसे बंद करने की चेतावनी पुलिस कर्मचारी दे रहे हैं। लोगों को साफ तौर पर यह संदेश दिया जा रहा है कि सरकार ने जो सलाह दी है, उसे कोई भी व्यक्ति हल्के में न ले। सरकार की गाइड लाइन का पालन करे। अन्यथा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इन तमाम कार्यों की मानीटरिंग के लिए राजधानी में 120 वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को दायित्व दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य में कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या में कोई इजाफा नहीं हुआ है। कोरोना वायरस के लिए नियुक्त राज्य सरकार के मुख्य प्रवक्ता सुब्रत बागची ने कहा है कि राज्य में पहचान किए गए दोनों कोरोना मरीज का स्वास्थ्य ठीक है। ये दोनों मरीज 56 लोगों के स्पर्श में आए हैं। इसमें से 53 लोगों की पहचान हो चुकी है। अभी भी तीन लोगों की पहचान नहीं हुई है, जिनकी तलाश जारी है। 28 लोगों को अस्पताल में आईसोलेशन में रखा गया है। इसके लिए नौ मानीटरिंग टीम काम कर रही है। बागची ने कहा कि वर्तमान समय तक राज्य में 3474 लोगों ने अपने नाम का पंजीकरण कराया है एवं 76 संदिग्ध सामने आए हैं। 76 नमूनों में से दो पाजिटिव पाए गए हैं, जबकि बाकी नमूने निगेटिव पाए गए हैं।
इन सबके बावजूद सरकार की तरफ से सतर्कता के तौर पर सभी प्रकार के कदम उठाए गए हैं। खुद मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर लोगों से घर में रहने के निर्देश दिए हैं और सरकारी निर्देश का अनुपालन करने को कहा है। इसी के तहत राजधानी भुवनेश्वर समेत प्रदेश भर में सतर्कता बरती जा रही है। खासकर लॉक डाउन जारी होने वाले जिले एवं शहरों में प्रशासन सख्ती से सरकारी दिशा निर्देश का अनुपालन कर रही है।