कोरापुट दुष्कर्म मामले की सीबीआइ से जांच कराएं नवीन : प्रधान
बहुचर्चित कोरापुट सामूहिक दुष्कर्म एवं पीड़िता द्वारा आत्महत्या क
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : बहुचर्चित कोरापुट सामूहिक दुष्कर्म एवं पीड़िता द्वारा आत्महत्या करने मामले को लेकर राज्य में राजनीति तेज हो गई है। इस घटना को लेकर अब केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने मामले की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की है। रविवार को पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि कोरापुट सामूहिक दुष्कर्म की शिकार पीड़िता की आत्महत्या में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का हाथ लाल हुआ है। घटना में पुलिस महानिदेशक से लेकर कोरापुट एसपी सहित गृहमंत्री का दायित्व निभा रहे मुख्यमंत्री नवीन पटनायक तक दोषी हैं। प्रधान ने कहा कि इस मामले में पीड़िता को पगली कहा गया। प्रेमजनित व्यापार कहा गया, जो निंदनीय है। प्रधान ने कहा कि मुख्यमंत्री में साहस है तो इस मामले की जांच सीबीआइ से कराने का निर्देश जारी करें।
केंद्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि नवीन पटनायक सत्ता की धुन में मस्त हैं। ओड़िया लोगों के दर्द को नहीं समझ पा रहे हैं। इसका अभिशाप उन्हें जरूर लगेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इससे पहले प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देने के नाम पर बीजद के नेता ने महिला के साथ दुर्व्यवहार किया, जिस पर मुख्यमंत्री ने पर्दा डालने का प्रयास किया। केंद्रीय मंत्री ने बीजद सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि यदि प्रवाद पुरुष बीजू बाबू का यही सपना था, तो इससे बड़ा काला दिन ओडिशा में और कुछ नहीं हो सकता है।
इधर, इस संबंध में शासक दल के मुख्य सचेतक अमर प्रसाद शतपथी ने कहा कि आरोप सुरक्षा कर्मी के नाम पर है। मामले की न्यायिक जांच चल रही है। यह जांच पूरी तरह से निष्पक्ष होगी। पीड़िता को न्याय मिलेगा और दोषी को सजा मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि बीते साल 10 अक्टूबर को कोरापुट जिले के सुनाबेड़ा थाना क्षेत्र में फोटो खिंचवाकर घर लौट रही नौंवी की छात्रा के साथ वर्दीधारी चार लोगों ने जंगल ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया था। इस घटना को लेकर काफी हो-हल्ला हुआ लेकिन पीड़िता को न्याय नहीं मिलने से उसने विगत 22 जनवरी को फंदे से झूल कर जान दे दी थी।