महाप्रभु मौसी के घर से रत्नवेदी रवाना.... देखें तस्वीरें
बहुड़ा यात्रा में भी रथयात्रा की ही तरह लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा रहा। जिन्होंने महाप्रभु श्री जगन्नाथ का दर्शन लाभ लिया।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी अपनी नौ दिन की यात्रा समाप्त कर भाई बलभद्र एवं बहन सुभद्रा के साथ सोमवार को मौसी के घर से रत्नवेदी के लिए प्रस्थान किए। महाप्रभु की इस यात्रा को स्थानीय भाषा में बाहुड़ा यात्रा कहते हैं। रथयात्रा की ही तरह इस यात्रा में रीति नीति का पालन करते हुए तीनों ही विग्रहों की पहंडी बिजे की गई। इसके बाद गजपति महाराज दिव्य सिंह देव ने रथ के ऊपर छेरा पहरा किया। तब इन विग्रहों के अलग अलग रथों में चारमाल यानी अश्व लगाकर रथ खींचने की प्रक्रिया शुरू हुई।
बहुड़ा यात्रा में भी रथयात्रा की ही तरह लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा रहा। जिन्होंने महाप्रभु श्री जगन्नाथ का दर्शन लाभ लिया। इस यात्रा के अवसर पर मौसम पूरी तरह से अनुकूल होने के चलते लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ बड़दांड में उमड़ी। चारों ओर जय जगन्नाथ, नयन पथ गामी भव तुमे के उद्घोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। नाचते गाते भक्त महाप्रभु की इस यात्रा में शामिल हुए।
प्रशासन एवं स्वयंसेवी संगठनों की तरफ से भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए कई तरह के सेवा कार्य हाथ में लिए गए थे। भक्तों पर जल छिड़काव से लेकर उन्हें पानी पिलाने, दही शर्बत, नीबू पानी, पुरी दालमा आदि की मुफ्त व्यवस्था विभिन्न संगठनों की तरफ से की गई थी।
इस मौके पर सुरक्षा के मद्देनजर चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहकर किसी भी अप्रिय स्थिति पर नजर रखे हुए थे। आकाश मार्ग से लेकर समुद्र एवं स्थल मार्ग पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम प्रशासन की तरफ से किए गए थे। हालांकि महाप्रभु की इस साल यात्रा के दौरान भक्तों को रथ छूने या फिर महाप्रभु को छूने की साफ मनाही होने का असर बाहुड़ा यात्रा में देखने को मिला है। पिछले स ाल की तूलना में काफी कम भक्त बाहुड़ा यात्रा में श्रीक्षेत्र धाम पहुंचे हैं।
बाहुड़ा यात्रा के मौके पर 100 प्लाटून पुलिस फोर्स तैनात की गई थी। ट्रैफिक नियंत्रण के लिए 36 प्लाटून पुलिस बल विभिन्न चौक चौराहों पर तैनात थे। इसके साथ ही सीआरपीएफ, आरएएफ आदि जवान जगह विभिन्न गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे। सभी हल्के एवं भारी वाहनों के लिए 17 जगहों पर र्पािकंग की व्यवस्था की गई थी। बड़दांड के साथ पूरे शहर में 180 सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है।