तेजतर्रार IPS प्रतीक सिंह ने संभाला भुवनेश्वर डीसीपी का दायित्व, कहा- राजधानी को अपराध मुक्त करना मेरी प्राथमिकता
2014 बैच के आईपीएस प्रतीक सिंह ने भुवनेश्वर डीसीपी का दायित्व संभाल लिया है। प्रतीक सिंह ने कहा भुवनेश्वर में अपराध एवं अपराधियों का दमन करने के साथ ही कानून व्यवस्था पर फोकस रहेगा। 5टी के तहत लोगों को सेवा मुहैया की जाएगी।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी प्रतीक सिंह ने भुवनेश्वर डीसीपी का दायित्व संभाल लिया है। डीसीपी का दायित्व संभालते ही प्रत्येक सिंह ने कहा है कि राजधानी को अपराध मुक्त करना मेरी पहली प्राथमिकता होगी इसके लिए हमने योजना तैयार कर ली है।
2014 बैच के आईपीएस प्रतीक सिंह को डीसीपी ऑफिस में अतिरिक्त डीसीपी, एसीपी एवं थाना अधिकारियों ने स्वागत किया। प्रतीक सिंह ने कहा है कि भुवनेश्वर में काम करना मेरे लिए चुनौतीपूर्ण है मगर कटक डीसीपी के तौर पर मुझे जो अनुभव मिला है उसका लाभ यहां हमें मिलेगा।
अपराध के दमन के लिए बनाई विशेष योजना
इस अवसर पर सभी थानों के अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ नए डीसीपी ने चर्चा की है और उनकी समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है। डीसीपी ने कहा है कि भुवनेश्वर में अपराध एवं अपराधियों का दमन करने के साथ ही कानून व्यवस्था पर फोकस रहेगा। 5टी के तहत लोगों को सेवा मुहैया की जाएगी। पुलिस आम लोगों के पास पहुंचे इसकी व्यवस्था की जाएगी। थाना में आने वाले लोगों को निराश ना होना पड़े इस पर ध्यान दिया जाएगा और पुलिस काम करेगी। डीसीपी ने कहा है कि अपराध को खत्म करना, कानून व्यवस्था बनाए रखना, वीवीआईपी दौरा बड़ा आह्वान है। कमिश्नरेट पुलिस में काम करने का अनुभव है। यहां की परिस्थिति का अनुध्यान करने के बाद जरूरी योजना बनाएंगे। कमिश्नरेट पुलिस के विकासमूलक कार्यक्रम को कर्मचारियों के सहयोग करने का का प्रयास करूंगा। डीसीपी ने कहा है कि अक्सर देखा जाता है कि अभियुक्त पकड़े तो जाते हैं, मगर वे प्रमाण के अभाव में बच निकलते हैं, इस पर ध्यान दिया जाएगा। राजधानी में कुख्यात अपराधी प्रमाण के अभाव में छूटने ना पाएं, इस पर ध्यान दिया जाएगा।
गौरतलब है कि प्रतीक सिंह 2010 में इंजीनियरिंग की परीक्षा पास करने के बाद 2014 में आईपीएस बने थे। 2016 में बरहमपुर, 2017 में मालकानगिरी, 2018 से 2020 तक कंधमाल एसपी के तौर पर दायित्व निभाने के बाद उन्हें 2020 में कटक डीसीपी का दायित्व मिला था। कटक में अपराधियों से निपटने के लिए डीसीपी ने अपनी के विशेष टीम बनायी थी और उन्हें इसमें काफी हद तक सफलता भी मिली थी।