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इंटाक ने तोड़े गए मठों के पुर्ननिर्माण को सीएम को सौंपा ज्ञापन: गेम सरकार के पाले में

ओडिशा में राज्‍य सरकार ने श्रीक्षेत्र धाम पुरी शहर को देश का ऐतिहासिक शहर बनाने की दिशा में काम शुरु कर दिया है।

By Babita kashyapEdited By: Published: Mon, 02 Sep 2019 10:15 AM (IST)Updated: Mon, 02 Sep 2019 10:15 AM (IST)
इंटाक ने तोड़े गए मठों के पुर्ननिर्माण को सीएम को सौंपा ज्ञापन: गेम सरकार के पाले में
इंटाक ने तोड़े गए मठों के पुर्ननिर्माण को सीएम को सौंपा ज्ञापन: गेम सरकार के पाले में

भुवनेश्वर, जेएनएन। श्रीक्षेत्र धाम पुरी शहर को देश का ऐतिहासिक शहर बनाने की दिशा में राज्य सरकार ने कदम बढ़ा दिया है। इसके लिए वाधा बनने वाले सदियों पुराने ऐतिहासिक धरोहरों को ध्वस्त किया जा रहा है, ऐसे में नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (इंटाक) ने विरासत संरचनाओं को बहाल करने में मदद की पेशकश की है। मुख्यमंत्री को ज्ञापन देते हुए संगठन ने कहा है कि यहां कि धार्मिक संरचनाएं पवित्र हैं और श्री जगन्नाथ मंदिर के पूजा अर्चना से संबन्धित होने के साथ सांस्कृतिक विरासत भी हैं। 

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यहां बताना उचित होगा कि धार्मिक नगरी पुरी को विश्व स्तरीय विरासत स्थल बनाने के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 775 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है, मगर 500 करोड़ रुपये ही मंजूर किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने श्रीमंदिर के आस-पास 75  मीटर के क्षेत्र को खाली करने का निर्देश भी दिया है। इसके अन्तर्गत अब तक दो प्राचीन मठ तोड़े जा चुके हैं। स्थानीय लोगों में इन मठों को तोड़ने के खिलाफ असंतोष का माहौल है। पुरी श्रीमंदिर के इर्द-गिर्द बने ये मठ सदियों पुराने हैं और महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के सेवा से जुड़े हुए हैं। इन आस्था केन्द्रों को हटाने के फैसले के खिलाफ लोगों का असंतोष अंदर ही अंदर बढ़ रहा है। अब इंटाक द्वारा ध्वस्त किए गए मठों के पुर्ननिर्माण प्रस्ताव संबन्धित ज्ञापन दिए जाने के बाद यह मुद्दा फिर से गरमा गया है। अब देखने होगा कि इंटाक के इस ज्ञापन पर राज्य सरकार क्या फैसला लेती है। गौरतलब है कि सरकार ने फिलहाल सोमवार तक मठों को तोड़ने की प्रक्रिया को बंद रखा हुआ है। सोमवार को गणेश पूजा के बाद मंगलवार से पुन: मठ तोड़े जानकारी पुरी के जिलाधीश ने दी है। 

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वहीं पुरी शहर के लोगों ने कहा है कि सरकार ने यह सब मनमाने एवं जबरन ढंग से किया है। मठों के साथ लोगों की धार्मिक भावना जुड़ी हुई है। इस तरह से धार्मिक भावना से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही 5 महीने पहले ही फणि तूफान में लोगों की हुई दुर्दशा अभी कम नहीं हुई है, ऐसे में सरकार द्वारा लोगों को बेघर करना तथा उनकी रोजी छीनना उचित नहीं है। वहीं भाजपा विधायक जयंत कुमार षडंगी ने कहा है कि जिलाधीश ने प्लान दिखाने की बात कही थी, मगर उसे नहीं दिखाया और अचानक तोड़फोड़ की जा रही है, वह गलत है, भाजपा इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी करेगी।

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