जगत¨सहपुर में देश के पहले पुलिस अंकल स्टेचू का लोकार्पण
पुलिस आम आदमी की दुश्मन नहीं बंधु है। पुलिस का नाम सुनकर अब छ
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : पुलिस आम आदमी की दुश्मन नहीं बंधु है। पुलिस का नाम सुनकर अब छोटे-छोटे बच्चे डरने के बदले उन्हें अपना विश्वासी बंधु मानेंगे। इसी उम्मीद के साथ देश में पहली बार ओडिशा के जगत¨सहपुर जिला में जनप्रिय पुलिस वाहिनी गठन करने के उद्देश्य से शुक्रवार को एसपी कार्यालय परिसर में पुलिस अंकल योजना का शुभारंभ किया गया है। इस योजना के तहत एक स्टेचू बनाया गया है, जिसमें पुलिस (अंकल) अधिकारी को दो छोटे-छोटे बच्चों के साथ खड़ा होकर हाथ मिलाकर बात करते हुए दर्शाया गया है। इसका शुभारंभ राज्य के पुलिस महानिदेशक डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा ने किया। जिला के एसपी जयनारायण पंकज की यह नई सोच देश में अभिनव प्रयास है और इस सोच के जरिए पुलिस लोगों के साथ जुड़ने में अधिक सहायक होने की चर्चा शुरू हो गई है।
इस मौके पर डीजीपी डॉ. शर्मा ने कहा कि पुलिस मामू एवं पुलिस अंकल में काफी अंतर है। बच्चों को डराने के लिए पुलिस मामू शब्द का प्रयोग किया जाता है जबकि पुलिस अंकल शब्द से बच्चों में पुलिस के प्रति सकारात्मक संदेश जाएगा। पुलिस अंकल का नाम सुनकर बच्चे खुद को सुरक्षित महसूस करेंगे। इसके लिए पुलिस बाबुओं को अपना रवैया बदलना होगा। पुलिस को सामान्य लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करना होगा और अपराधियों के साथ सख्ती से निपटना होगा। इस अवसर पर कार्यक्रम में मौजूद छात्रों को गुलाब का फूल भेंटकर पुलिस की ओर से स्वागत किया गया। इस कार्यक्रम में आइजी सौमेन्द्र प्रियदर्शी, जिलाधीश जामिनी षाड़ंगी, पारादीप पोर्ट के चेयरमैन रिकेश राय, एसपी जयनारायण पंकज समेत सभी थाना अधिकारी, एसडीपीओ एवं अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।