प्रधानमंत्री के बयान पर सूबे में तेज हुई जुबानी जंग
राज्य में बारिश का 50 फीसद पानी समुद्र मे चला जाता है, पीएम मोदी की बात को भाजपा ठहरा रही जायज।
भुवनेश्वर, जेएनएन। महानदी प्रकरण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विगत 26 मई को कटक की जनसभा में राज्य सरकार पर सीधा हमला करने के बाद राज्य में राजनीति सरगर्म हो गई है। बीजू जनता दल (बीजद) जहां प्रधानमंत्री के दावे राज्य में बारिश का 50 फीसद पानी समुद्र में चला जाता है, मानने को तैयार नहीं है। वही दूसरी ओर कांग्रेस प्रधानमंत्री की बात को झूठ बता रही है। ऐसे में महानदी मुद्दे को लेकर एक बार फिर सियासी दलों के बीच सूबे में जुबानी जंग तेज हो गई है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बसंत पंडा ने कहा है कि आगामी दिनों किस प्रकार से महानदी जल विवाद का समाधान निकलेगा, केंद्र सरकार प्रयास कर रही है। संघीय व्यवस्था में संवैधानिक तरीके से केंद्र सरकार सभी प्रकार का सहयोग करने को तैयार है। पंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि महानदी का 50 प्रतिशत जल समुद्र में चला जाता है, इसमें गलत क्या है। राज्य सरकार ने 18 साल में इसके लिए किया क्या है। क्यों आज तक नदियों के पानी को समुद्र में जाने से रोकने की व्यवस्था नहीं की गई। क्यों राज्य सरकार ने अभी तक इसके लिए कोई योजना नहीं बनाई।
अब जबकि चुनाव सिर पर आ गया तो बीजद महानदी मुद्दे को लेकर केवल राजनीति कर रही है। वहीं, बीजद के सांसद प्रसन्न आचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी से हम सबको निराशा हुई है। ओडिशावासियों के प्रति प्रधानमंत्री का थोड़ा भी प्रेम नहीं है। उनके भाषण में द्वंद नजर आ रहे थे। यह सबको पता है कि ओडिशा सरकार ने ट्रिब्यूनल गठन करने के लिए मांग की तो केंद्र सरकार ने इसका
विरोध किया। सुप्रीमकोर्ट के निर्देश पर केंद्र सरकार ने न चाहते हुए भी ट्रिब्यूनल का गठन किया है। बावजूद इसके आज तक ट्रिब्यूनल पूर्ण मात्रा में कार्यकारी नहीं हो सका है। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने से जानबूझकर इसमें देरी की जा रही है।
इधर, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने कहा कि एक बार फिर प्रधानमंत्री ने महानदी मुद्दे पर राज्य के लोगों को कोई आश्वासन नहीं दिया है। उल्टे छत्तीसगढ़ सरकार का समर्थन किया है। यह सही है कि बारिश का अधिकतम पानी समुद्र में चला जाता है। साल के अन्य समय में महानदी में दिखाई दे रही
जल समस्या का समाधान किस प्रकार से होगा। इस पर बात होनी चाहिए। मोदी जी ने प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं बल्कि भाजपा नेता के तौर पर अपने विचार प्रकट किए हैं।
किसी राज्य में जाकर उस राज्य की सरकार की समालोचना करना प्रधानमंत्री के लिए ठीक नहीं है। प्रधानमंत्री भारतीय परंपरा एवं विधि व्यवस्था को नहीं मान रहे हैं।
डॉ. दामोदर राउत, वरिष्ठ बीजद नेता।
दामोदर राउत मुख्यमंत्री को खुश करने के लिए इस तरह का बयान दे रहे हैं। केंद्र सरकार ने ओडिशा को पहले की सरकार की तुलना में ढाई गुना अधिक राशि दी है।
प्रताप षाड़ंगी, भाजपा नेता।