आईजी लोहानी करेंगी बीजद नेता मीनाक्षी मिश्र के आत्मदाह की जांच : पुलिस डीजी ने दिए निर्देश
ओडिशा के बरहमपुर में बीजद महिला नेता मीनाक्षी मिश्र के आत्मदाह की घटना को लेकर पुलिस डीजी अभय ने आईजी रेखा लोहानी को उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिये हैं।
भुवनेश्वर, जेएनएन। बरहमपुर की बीजद महिला नेता मीनाक्षी मिश्र के आत्मदाह करने की घटना को लेकर सोमवार को विधानसभा में हंगामा होने के बाद इस मामले की उच्चस्तरीय जांच के निर्देश पुलिस डीजी अभय ने दिया है। किस परिस्थिति में उन्होंने आत्मदाह किया, उसे लेकर आईजी रेखा लोहानी को बारिकी से जांच करने के लिए पुलिस डीजी ने निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि 28 जनवरी को मीनाक्षी एवं उनके बेटे के ऊपर कुछ लोगों ने हमला किया था। इस मामले में वैद्यनाथपुर थाना पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया था। उसी तरह से अभियुक्त की तरफ से दायर मामले में मीनाक्षी के बेटे कृतिवास मिश्र उर्फ राजा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मीनाक्षी ने कहा था कि उनके बेटे को झूठे आरोप में फंसाया गया है। इसे लेकर उन्होंने 6 फरवरी को बरहमपुर एसपी पिनाक मिश्र से मुलाकात कर न्याय की मांग की थी।
हालांकि उन्हें न्याय नहीं मिला। उन्होंने ने मीडिया के सामने यह भी आरोप लगाया था कि वैद्यनाथपुर थाना पुलिस उनके साथ दुर्व्यवहार कर रही है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि पुलिस न्याय नहीं दिलाती है तो वह आत्मदाह कर लेंगी। इसके बाद 12 फरवरी को अपने को न्याय दिलाने के लिए वह बरहमपुर एसपी के पास गुहार लगायी और यहां से भी जब उन्हें न्याय नहीं मिला तब हारकर मीनाक्षी ने अपने शरीर में किरोसीन डालकर आग लगा ली थी।
बरहमपुर एसपी के प्रकोष्ठ के सामने तथा जिला पुलिस मुख्यालय परिसर में यह अघटन हुआ था। उनकी शरीर का 95 प्रतिशत हिस्सा जल गया था। उन्हें गम्भीर अवस्था में उद्धार कर पहले बरहमपुर एमकेसीजी अस्पताल एवं फिर बाद में कटक एससीबी मेडिकल अस्पताल में भर्ती किया गया था। यहां पर स्थिति और गम्भीर होने पर उन्हें भुवनेश्वर में एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां पर इलाज के दौरान 20 फरवरी को उनकी मौत हो गई।
बीजद महिला नेता की मृत्यु को लेकर राज्य में राजनीति जोर पकड़ने लगी। भाजपा महिला मोर्चा की नेता प्रभाती परिड़ा ने सवाल करते हुए कहा है कि खुद शासक दल के नेता अपनी पार्टी के नेता को न्याय नहीं दिला पा रहे हैं तो बाकी लोगों को क्या न्याय दिलाएंगे। पुलिस मीनाक्षी के आरोप को सुनी होती और उसी दिन एसपी यदि मीनाक्षी से मुलाकात किए होते तो शायद मीनाक्षी की मृत्यु नहीं होती। इसे लेकर शहर में भी अब चर्चा जोर पकड़ने के बाद पुलिस डीजी जांच के निर्देश दिए हैं।
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