आइसीटी से खुलेंगा ओडिशा के विकास का रास्ता
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा रविवार को यहां कि रसायन प्रौद्यो
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा रविवार को यहां कि रसायन प्रौद्योगिकी संस्थान (आइसीटी) मुंबई इंडियन ऑयल ओडिशा कैंपस इस राज्य के विकास को नई गति प्रदान करेगा। इससे पेट्रो-केमिकल डाउनस्ट्रीम आधारित इंडस्ट्री को काफी मजबूती मिलेगी। रोजगार के मौके सृजित होंगे। आइसीटी ओडिशा कैंपस और कौशल विकास संस्थान (एसडीआइ) भुवनेश्वर मुख्य कैंपस ताराबोई के स्थापित होने से इस राज्य के विकास को और अधिक बल मिलेगा।
राष्ट्रपति ने यह बात आइआइटी भुवनेश्वर के अरगुल कैंपस में रसायन प्रौद्योगिकी संस्थान (आइसीटी) मुंबई इंडियन ऑयल कारपोरेशन ओडिशा कैंपस, भुवनेश्वर के शुभारंभ और कौशल विकास संस्थान, भुवनेश्वर के मुख्य कैंपस ताराबोई जटनी के भूमि पूजन अवसर पर कही। उन्होंने कहा है कि ओडिशा के विकास के लिए केंद्र सरकार ने जो संकल्प लिया है उसे इन दोनों शिक्षानुष्ठानों के जरिए पूरा किया जा सकता है।
इस अवसर पर केंद्रीय पेट्रोलियम एवं कौशल विकास मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने कहा कि ये दोनों शिक्षानुष्ठान ओड़िआ युवा पीढ़ी को उत्तम प्रशिक्षण देने के साथ रोजगार देने और उन्हें उद्यमी बनाने में सहायक सिद्ध होगा। पूर्वी भारत के राज्यों के विकास को भी इससे सहायता मिलेगी। पारादीप आयल रिफाइनरी से ओडिशा पेट्रो-केमिकल डाउनस्ट्रीम इंडस्ट्री को मजबूती मिलने की पूरी संभावना है। यह भी कहा कि आइसीटी यानी रसायन प्रौद्योगिकी संस्थान के भुवनेश्वर कैंपस से ओडिशा का औद्योगिक एवं मानव संसाधन विकसित होगा। पूर्वी भारत में टेक्सटाइल व पालीमर क्लस्टर में 2030 तक 30 हजार करोड़ रुपये तक पूंजी निवेश होने की संभावना है। इससे 25 लाख लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। आइटीसी मुंबई इंडियन आयल ओडिशा कैंपस भुवनेश्वर तथा कौशल विकास संस्थान कैंपस स्थापना की लागत 500 करोड़ रुपये के करीब आएगी। आइसीटी-आइओसी के अत्याधुनिक कैंपस में दो हजार छात्रों को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था है।