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मुझे डर है कि कहीं पिस्टल रखने वाला मेरा PSO गोपाल दास जैसा न हो जाए: विधायक सौम्य रंजन पटनायक

मुझे एक सशस्त्र पीएसओ भी प्रदान किया गया है। मुझे डर लगता है कि कहीं वह गोपाल दास जैसा न हो जाए। बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक सौम्य रंजन पटनायक ने शनिवार को कटक में एक कार्यक्रम के मौके पर यह बात कही।

By Jagran NewsEdited By: Yashodhan SharmaPublished: Sat, 04 Feb 2023 05:08 PM (IST)Updated: Sat, 04 Feb 2023 05:08 PM (IST)
मुझे डर है कि कहीं पिस्टल रखने वाला मेरा PSO गोपाल दास जैसा न हो जाए: विधायक सौम्य रंजन पटनायक
पत्रकारों से बात करते विधायक सौम्य रंजन पटनायक

अनुगुल/भुवनेश्वर, संतोष कुमार पांडेय। मुझे एक सशस्त्र पीएसओ भी प्रदान किया गया है। मुझे डर लगता है कि कहीं वह गोपाल दास जैसा न हो जाए। बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक सौम्य रंजन पटनायक ने शनिवार को कटक में एक कार्यक्रम के मौके पर यह बात कही। विधायक पटनायक और भाजपा से विपक्ष के नेता जयनारायण मिश्रा के अपने पीएसओ के वापस लौटाने के बयानों ने लोगों को स्थिति की गंभीरता के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया है, क्योंकि पुलिस को अभी तक दिवंगत स्वास्थ्य मंत्री नव दास की हत्या के सही कारण का पता नहीं चल पाया है।

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मेरा PSO कहीं गोपाल दास न बन जाए 

पटनायक ने कहा कि मैं एक एएसआई द्वारा स्वास्थ्य मंत्री की हत्या से हैरान हूं और अभी भी इसे स्वीकार नहीं कर पा रहा हूं। यह विश्वास करना मुश्किल है कि एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में एक एएसआई / पुलिसकर्मी एक शक्तिशाली मंत्री की हत्या कैसे कर सकता है। मुझे भी एक पीएसओ मुहैया कराया गया है और उसके पास एक पिस्टल भी है। अक्सर मुझे लगता है कि अगर मेरा पीएसओ गोपाल दास जैसा बन जाए तो कहीं मेरे साथ भी ऐसा न हो जाए।

विधायक ने कहा कि अब यह पुलिस का कर्तव्य है कि वह हत्या के पीछे के वास्तविक कारण का पता लगाए। इस घटना के संबंध में अब अलग-अलग तरह की बातें चल रही हैं और वे सभी एक कहानी जैसी लगती है। पुलिस को इस तरह की सभी अटकलों को खत्म करने के लिए सच्चाई का पता लगाना चाहिए।

डीजीपी के बयानों पर की व्यंगात्मक टिप्पणी

घटना के संबंध में डीजीपी के बयान के बारे में पूछे जाने पर विधायक ने व्यंग्यात्मक ढंग से कहा कि उन्हें भगवान जगन्नाथ की पूजा करनी चाहिए और उन्हें अपने सपने में आने के लिए आमंत्रित करना चाहिए। साथ ही उन्हें हत्या के पीछे का कारण बताना चाहिए। यह बोथरा बाबू (सीबी एडीजी अरुण बोथरा) की मुश्किलों को खत्म करने में भी काफी मददगार साबित होगा। सभी को यह जानने की उत्सुकता है कि एक एएसआई ने एक मंत्री की हत्या क्यों की और सच्चाई का पता लगाना पुलिस का कर्तव्य है।

उन्होंने आगे कहा कि सभी पुलिसकर्मी बुरे नहीं होते हैं। गोपाल दास अपवाद हैं, लेकिन हमें पुलिस पर भरोसा करना चाहिए अन्यथा अराजकता होगी। विपक्ष के नेता जयनारायण मिश्रा द्वारा अपने पीएसओ को वापस लौटाने के औचित्य के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने जो किया, उस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, लेकिन मैं कहूंगा कि उसने जो किया वह गलत है।

गौरतलब है कि ब्रजराजनगर के गांधी चौक पर गोपाल दास द्वारा नब किशोर दास की हत्या किए छह दिन बीत चुके हैं। लेकिन पुलिस अभी तक हत्या के कारणों का पता नहीं लगा पाई है।


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