..जो आख उठेगी भारत पर उसका ही नाम नहीं होगा
मारवाड़ी समाज भुवनेश्वर की ओर से होली के अवसर पर बंधु मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जासं, भुवनेश्वर : मारवाड़ी समाज, भुवनेश्वर की ओर से होली के अवसर पर बंधु मिलन कार्यक्रम आयोजित रहा। इसमें देश-दुनिया में प्रख्यात कवियों ने अपने हास्य-व्यंग्य के जरिए देश प्रेम का रंग चटख किया। राजस्थान से आए कवि विनीत चौहान ने अपनी कविता के जरिए बात-बात पर कश्मीर का मुद्दा उठाने वाले पाकिस्तान को चेतावनी दी कि कहीं ऐसा न हो कि पाकिस्तान को लाहौर और रावलपिडी से हाथ धोना न पड़ जाए। भारतीय वीरों को समर्पित कविता में सेना पर सवाल उठाने वाले और सुबूत मांगने वालों को भी आड़े हाथों लिया। कहा 'अब माफी का काम नहीं होगा, जो आंख उठेगी भारत पर उसका ही नाम नहीं होगा।' हरियाणा से आए कवि अरुण जेमिनी ने ठेठ हरियाणवी अंदाज में अपनी रचनाएं सुनाकर लोगों को लोटपोट कर दिया। कहा, पहले मकान कच्चे होते थे पर जुबान पक्की होती थी, अब मकान पक्के हैं पर आदमी की जुबान कच्ची हो चली है। इंदौर की कवियत्री डॉ. मोहिनी ने सरस्वती वंदना के साथ अपनी कविता पेश की। मुंबई के लॉफ्टर चैनल के स्टार कवि गौरव शर्मा ने जेल में कवि सम्मेलन का उदाहरण देकर श्रोताओं को खूब हंसाया। अपना अनुभव साझा करते हुए गौरव ने कहा कि मैं जब जेल में कविता सुनाने गया तो कुछ इस तरह कहा कि यह वह पवित्र स्थान है जहां भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया था। तो एक कैदी ने पूछा कृष्ण जी तो जन्म के बाद जेल से निकल गए थे हम क्यों यहां पड़े हुए हैं। गौरव ने आजकल के बच्चों के स्मार्टनेस पर भी खूब चुटकी ली। उन्होंने एक माडर्न बच्चे के परीक्षा में 45 मार्क लाने और घर में 90 प्रतिशत बताने का वाकया सुनाया। कहा बच्चे के घरवाले 90 फीसद की बात से खुश थे, रिश्तेदारों में जमकर प्रचार किया बच्चे को दुलार किया कि 10 प्रतिशत की कमी कहां रह गई। पर जब मार्कशीट देखी गई तो 45 फीसद निकला। इसपर हाजिर जवाब माडर्न बच्चे ने कहा कि मार्कशीट पर 45 फीसद है बाकी का 45 फीसद सीधे स्कूल के खाते में जमा कर दिया गया है। ऐसे ही हंसी के फब्बारे देर रात तक चलते रहे और सैकड़ों श्रोताओं ने कवियों के हास्य-व्यंग्य के साथ होली उत्सव का आनंद लिया।