हाईकोर्ट की स्थायी बेंच को बंद रहा अविभक्त कोरापुट
पश्चिम ओडिशा में हाईकोर्ट की स्थायी बेंच स्थापना को लेकर आंदोलनों का दौर जारी है।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : पश्चिम ओडिशा में हाईकोर्ट की स्थायी बेंच स्थापना को लेकर आंदोलनों का दौर जारी है। एक तरफ संबलपुर में जिला वकील संघ मसले को लेकर कामबंद आंदोलन व क्रमिक अनशन कर रहा है तो वहीं पश्चिम ओडिशा के अविभक्त कोरापुट क्षेत्र में खंडपीठ की मांग को लेकर वकील सड़क पर हैं। यहां जिला बार एसोसिएशन की ओर से आहूत 12 घंटे अविभक्त कोरापुट जिला बंद का मंगलवार को व्यापक असर देखने को मिला।
अविभक्त कोरापुट में कोरापुट के साथ नवरंगपुर, रायगढ़ा एवं मलकानिगिरी में मंगलवार को दुकान-बाजार समेत सभी सरकारी, गैरसरकारी स्कूल कॉलेज बंद रहे और वाहनों का आवागमन पूरी तरह से ठप रहा। कोरापुट जिला बार एसोसिएशन की ओर से आहूत इस बंद के चलते लोगों को कई प्रकार की असुविधा का सामना करना पड़ा है। हाईकोर्ट की स्थायी खंडपीठ क्षेत्र में स्थापित करने के लिए अन्य संगठनों ने भी इस बंद का समर्थन किया।
उल्लेखनीय है कि विगत काफी दिनों से अविभक्त कोरापुट जिला में किसी भी स्थान पर हाईकोर्ट की स्थायी बेंच स्थापित करने को लेकर मांग की जा रही है मगर सरकार की तरफ से इस दिशा में कोई कदम न उठाए जाने से बार एसोसिएशन अब सड़क पर उतरकर सरकार से आरपार की लड़ाई छेंड दी है। बार संघ का कहना है कि इस बंद का आह्वान संघ की तरफ से भले ही किया गया था मगर इस बंद को भाजपा, कांग्रेस, बीजद सभी दलों ने समर्थन किया है। इस बंद में कोरापुट, नवरंगपुर, रायगढ़ा एवं मलकानगिरी जिला में दुकान-बाजार सहित स्कूल कॉलेज नहीं खुले। वाहनों का परिचालन भी पूरी तरह से ठप रहा।
तालचेर सुरक्षा परिषद का बंद आज
इधर, अनुगुल जिले में तालचेर सुरक्षा परिषद की ओर से 4 सूत्री मांग को लेकर 19 दिसंबर को 12 घंटे बंद आहूत किया गया है। परिषद की चार सूत्री मांगों में उत्कल कोयला खदान, भूतल कोयला खदान के कारण असुरक्षित शहरवासियों को इस असुविधा से मुक्ति दिलाने, तालचेर को प्रदूषण मुक्त करने, सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की नियुक्ति तथा लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराना शामिल है। परिषद की ओर से बताया गया है कि सभी स्कूल-कॉलेज व दुकान बाजार को बंद किया जाएगा, इसके लिए पहले से ही सबको सूचित कर दिया गया है।