मूसलाधार बारिश से राजधानी समेत कटक-पुरी की गलियां जलमग्न
बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के प्रभाव के चलते राजधानी भुवनेश्वर, कटक
जेएनएन, भुवनेश्वर : बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के प्रभाव के चलते राजधानी भुवनेश्वर, कटक, पुरी समेत पूरे राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश से आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। राजधानी में पूर्व से लेकर पश्चिम तक और उत्तर से लेकर दक्षिण तक जगह-जगह लोग बारिश के पानी में फंसे नजर आए जिन्हें ओड्राफ व दमकल विभाग की अलग-अलग टीमें दिन तमाम सुरक्षित निकालने में जुटी रहीं। शुक्रवार की दोपहर से शुरू बारिश में बीजू पटनायक एयरपोर्ट की लगभग 100 फीट चहारदीवारी ढह गई है। कटक व पुरी में भी लोगों का बारिश से बुरा हाल है। श्रीक्षेत्र धाम पुरी में लगातार बारिश से जहां एक ओर जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया हैं वहीं अशांत समुद्र में प्रति सेकेंड उठ रहे पांच फीट ज्वार ने शहरवासियों की नींद उड़ा रखी है। भारी बारिश के चलते महाप्रभु की रथयात्रा देखने श्रीक्षेत्र धाम आने वाले भक्तों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा। जहां से महाप्रभु की बाहुड़ा यात्रा निकलनी है वहां पर घुटने भर पानी बहता नजर आया। श्रीमंदिर के सामने बड़दांड मार्ग पर चार से पांच फीट पानी सड़क पर बहने से लोगों को काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ा। इसी तरह कटक में भी रही बारिश से लोग त्राहि-त्राहि रहे। शहर के विभिन्न इलाकों में जलभराव के चलते सैकड़ों लोग पानी में फंस गए हैं। ऐसे में प्रशासन की ओर से प्रभावितों तक पका हुआ खाद्य पहुंचाया जा रहा है। राज्य के अन्य जिलों में भी बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इधर, लगातार बारिश को देखते हुए राज्य सरकार ने शनिवार को स्कूलों में छुटटी घोषित कर दी है। दमकल विभाग एवं ओड्राफ की टीमों को राहत एवं बचाव कार्य में उतार दिया गया है।
राजधानी में हर तरफ पानी ही पानी
शुक्रवार दोपहर से हो रही लगातार बारिश से राजधानी बेहाल है। पुराना भुवनेश्वर से लेकर चंद्रशेखरपुर एवं तमांडो से लेकर रसूलगढ़, पलासुणी व जयदेव बिहार, नयापल्ली, हर तरफ शनिवार को सिर्फ पानी ही पानी नजर आया। शहर के निचले इलाके के घरों में तीन से चार फीट तक बारिश का पानी भर जाने से लोगों को भारी नुकसान हुआ है। इस्कॉन मंदिर के पास चार से पांच फीट तक पानी का बहाव होने से इलाके के लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए दिन तमाम ओड्राफ एवं दमकल विभाग की टीम लगी रही। जयदेव विहार में भी लोग बारिश के पानी में घिरे देखे गए। राजधानी में सड़कें, स्कूल के मैदान, गलियां नदी की तरह हिलोरे मारती दिखीं।
पुरी में 322 मिलीमीटर बारिश
श्रीक्षेत्र धाम पुरी में भी लगातार बारिश से आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। एक तरफ जहां अशांत समुद्र में प्रति सेकेंड में 5 फीट की ज्वार ने पुरीवासियों को दहला कर रखा है वहीं दूसरी तरफ भारी बारिश के चलते महाप्रभु की रथयात्रा देखने श्रीक्षेत्र धाम आने वाले भक्तों को विभिन्न असुविधा का सामना करना पड़ा। लगातार बारिश में जहां से महाप्रभु की बाहुड़ा यात्रा निकलनी है वहां पर शनिवार को घुटने भर पानी बहता दिखा। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे में पुरी शहर में 322 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। शुक्रवार दोपहर से पुरी शहर में शुरू मूसलाधार बारिश में श्री गुंडिचा मंदिर नाकचड़ा द्वार के सामने शरधाबाली में मौजूद भगवान श्री जगन्नाथ, भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के रथ (नंदीघोष, तालध्वज व दर्पदलन) पानी के घेरे में हैं। शनिवार को महाप्रभु का दर्शन सुबह 7 बजे शुरू हुआ मगर भारी बारिश के कारण भक्तों की उपस्थिति न के बराबर रही। ड्रेन व सड़कों का पानी पुरी समुद्र में प्रवाहित हो रहा है। पुरी के लोकनाथ मंदिर परिसर में भी घुटने भर पानी का जमाव दिखा।
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कोट
जल निकासी की समस्या को सरकार ने गंभीरता से लिया है और जल्द ही ड्रेनों के ऊपर निíमत घरों को तोड़कर स्थाई जल निकासी की व्यवस्था की जाएगी।
अनंत नारायण जेना, मेयर, भुवनेश्वर
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रेल यातयात प्रभावित, कई ट्रेनें रुकीं
बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के प्रभाव से पूरे राज्य में भारी बारिश हो रही है। इसका असर ट्रेन सेवा पर भी पड़ा है। रायगढ़ा जिला में भारी बारिश के कारण रेल सेवा बाधित हुई है। रेललाइन के ऊपर करीब तीन फीट पानी का बहाव होने से शनिवार सुबह भुवनेश्वर-जगदलपुर हीराखंड एक्सप्रेस भालुमुस्का स्टेशन पर रुकी रही। कोरापुट-विशाखापत्तनम डीएमयू टिकिरी स्टेशन पर रोकी गई। हालांकि ट्रेन में मौजूद सभी यात्रियों के सुरक्षित होने की खबर है। मौसम विभाग ने और 24 घंटे, बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान किया है ऐसे में ट्रेन की लाइन से कब पानी कम होगा और ट्रेन चलेगी इसे लेकर संशय बना रहा। इसी तरह खुर्दा रेलवे स्टेशन पर भी 4 ट्रेनें रुकी रहीं।
स्थिति पर रखी जा रही नजर : राहत आयुक्त
राज्य में हो रही लगातार बारिश को लेकर शासन-प्रशासन भी हरकत में है। राज्य के विशेष राहत आयुक्त विष्णुपद सेठी ने बताया कि स्थिति का आकलन करने के साथ नदियों के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है। विभिन्न जिलों में कंट्रोल रूम खोल दिया गया है। ओड्राफ टीम को तैयार रखा गया है। जरूरत पड़ने पर ओड्राफ टीम को प्रभावित क्षेत्रों में भेजा जाएगा।