लगातार बारिश से आधा ओडिशा बेहाल
बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के प्रभाव से प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण आधा ओडिशा बेहाल हो गया है।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के प्रभाव से प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण आधा ओडिशा बेहाल हो गया है। प्रदेश के ढेंकानाल, भद्रक, मलकानगिरी, बालेश्वर आदि जिलों में स्थिति बद से बदतर हो गई है। इन जिलों में कई जगहों पर लोग पानी के घेरे में आ गए हैं। कई जगहों पर लोगों का संपर्क बाहरी दुनिया से कट गया है। लगातार बारिश से उत्पन्न हुई बाढ़ की स्थिति को देखते हुए लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जा रहा है। सैकड़ों एकड़ में खड़ी फसल बर्बाद हो गई है।
मलकानगिरी जिले में कुछ नदियों का जलस्तर खतरे का निशान पार कर गया है। एमवी 96, एमवी 90, कन्याश्रम, कांगूरकोंडा एवं पोटेरू ब्रिज के ऊपर 3 से चार फुट पानी बहने से मोटू, कालीमेला एवं पडिआ के बीच संपर्क कट गया है। स्थानीय प्रशासन की ओर से नदी के किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। धामनगर एवं भंडारीपोखरी के विभिन्न निचले इलाके में सैकड़ों एकड़ धान की फसल बारिश के पानी में डूब गई है। ढेंकानाल जिले में ब्राह्मणी एवं उसकी शाखा नदी रामिआल का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इससे भुवन ब्लाक के जयपुर, काशीपुर, उडणा एवं मालपुरा आदि गांव में रहने वाले सैकड़ों लोगों का संपर्क बाहरी दुनिया से कट गया है। ढेंकानाल परजंग ब्लाक के ब्राह्मणी नदी के टापू में फंसे पशुओं को दमकल विभाग की टीम ने सुरक्षित निकालने में जुटी है। इसी तरह बालेश्वर जिले के बस्ता ब्लॉक होकर बहने वाली जलका नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। मथानी में नदी के खतरे का निशान 5.50 मीटर है जबकि रविवार की सुबह 10 बजे नदी 6.3 मीटर पर बह रही थी।
छह जिलों में पीली चेतावनी
प्रदेश में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इसके मद्देनजर मौसम विभाग की ओर से मलकानगिरी जिले के लिए आरेंज एवं कोरापुट, कालाहांडी, नुआपड़ा, नवरंगपुर, बलांगीर एवं देवगढ़ जिला में पीली चेतावनी जारी की गई है। अंदरूनी एवं तटीय ओडिशा में भी तेज हवा के साथ बारिश होने की संभावना है। अगले 24 घंटे तक समुद्र अशांत रहने से मछुआरों को समुद्र ना जाने की हिदायत दी गई है। 19 अगस्त को उत्तर बंगाल की खाड़ी में और एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।