राज्य में भारी बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त
चक्रवाती तूफान डाए के प्रभाव से राजधानी भुवनेश्वर समेत पूरे राज्य
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : चक्रवाती तूफान डाए के प्रभाव से राजधानी भुवनेश्वर समेत पूरे राज्य में तेज हवा के साथ भारी बारिश से आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। खासकर मलकानगिरी, बालेश्वर, मयूरभंज, पुरी आदि जिलों में स्थिति गंभीर हो गई है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की हिदायत दी गई है और प्रशासन को अलर्ट रहने को कहा गया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ एवं बारिश की स्थिति की समीक्षा कर प्रभावितों को एक सप्ताह तक राहत सामग्री दिए जाने की घोषणा की है। हालांकि मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान डाए के छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ जाने से खतरा टल जाने की संभावना जतायी है।
चक्रवाती तूफान डाए के प्रभाव से राज्य में सबसे ज्यादा प्रभावित मलकानगिरी जिला हुआ है। यहां कोरकोंडा में बीते 24 घंटे में 403 मिमी बारिश होने से आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। इसी तरह मलकानगिरी में 265 मिमी, के गुम्मा में 135.4 मिमी, मैथिली में103 मिमी, कालीमेला में 118 मिमी तथा खइरपुट में 83 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इतनी मात्रा में बारिश होने से नदियां उफना गई हैं। कई क्षेत्रों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है।
इसी तरह बालेश्वर में भी भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। बुढ़ा बलंग नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बारुणी ब्रिज के पास बुढ़ा बलंग खतरे के निशान को पार कर गई है। यहां पर खतरे का निशान 7.21 मीटर है जबकि नदी 7.30 मीटर पर प्रवाहित हो रही है। इससे कई गांव पानी के घेरे में आ गए हैं। काल डैम एवं सुनेई डैम के दो गेट खोल दिए गए हैं। कमोवेश यही हाल मयूरभंज जिला में भी है। यहां पर उदला नदी में बाढ़ आ जाने से नरणपुर गांव के 15 घर पानी में डूब गए हैं। कइंसारी में उदला-जयपुर-बालेश्वर के बीच संपर्क कट गया है।
इधर, भारी बारिश एवं बाढ़ की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अधिकारियों के साथ बैठक हर हालात की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने एक सप्ताह के लिए प्रभावित लोगों को राहत सामग्री देने की घोषणा की है। इसमें वयस्क लोगों को खाने के बावत प्रतिदिन 60 रुपये एवं 12 साल से कम उम्र के बच्चों को 45 रुपये मिलेगा। मुख्यमंत्री ने प्रभावित लोगों को सहयोग करने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिया है।