Coronavirus Lockdown : राउरकेला में भीड़ ने किया पथराव, 12 पुलिसकर्मी व एक पत्रकार घायल
ओडिशा के राउरकेला में कंटेनमेंट जोन का विरोध करते हुए पथराव किया जिसमें 12 पुलिसकर्मी और एक पत्रकार घायल हो गया।
राउरकेला पीटीआइ। राउरकेला के इस्पात नगर में मंगलवार को भीड़ द्वारा पथराव करने से 12 पुलिसकर्मी और एक पत्रकार घायल हो गये। ये लोग कुछ इलाकों को कंटेनमेंट जोन से मुक्त करने की मांग कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि पिछले माह कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई इलाकों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था।
इस्पात नगर में महताब रोड और मेन रोड इलाके के निवासियों ने सड़क पर मारपीट की और कोरोना संक्रमण के कारण लगाये गये प्रतिबंधों का विरोध करते हुए तैनात पुलिसकर्मियों से भिड़ गए, प्रदर्शनकारियों ने कहा की इतने लंबे समय तक इन क्षेत्रों को सील क्यों किया गया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्थानीय निवासियों ने इन क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन से मुक्त करने की मांग उठाते हुए कहा कि उन्हें भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, लग रहा है जैसे हम जेल में बंद है और इसके बाद ये लोग हिंसा पर उतर आये और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर पथराव करना शुरु कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने बाधा क्षेत्रों के आसपास लगाए गए बैरिकेड्स को भी उखाड़ दिया और पुलिस नियंत्रण कक्ष में तोड़फोड़ की। जैसे ही उग्र भीड़ ने इलाके में टायर जलाए, बांस की बाड़ के कुछ हिस्सों में आग लग गई। इस हमले में कम से कम एक दर्जन पुलिसकर्मी और वहां मौजूद पत्रकार को चोटें आईं।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इलाके में अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया और प्रदर्शनकारियों को शांत किया गया। पुलिस अधिकारी ने कहा, "स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है।" सुंदरगढ़ के जिला कलेक्टर निखिल पवन कल्याण ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए शांति समिति की बैठक बुलाई।
इस मामले में जिलाधीश कल्याण ने कहा, मुद्दों को हल करना हमारा मुख्य उद्देश्य है और हम ऐसा करने की कोशिश करेंगे। हम लोगों की शिकायतों को सुनेंगे और उनका समाधान करने का प्रयास करेंगे। यह केवल एक स्थानीय मुद्दा नहीं है क्योंकि हम सभी कोरोनोवायरस जैसे एक बड़े दुश्मन से लड़ रहे हैं। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के कारण कुछ क्षेत्रों को लगभग एक माह पहले कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था।