किसानों को लेकर हरकत में सरकार, चलेगा जनजागरण
किसानों की आत्महत्या रोकने जैसे विषयों पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आला अधिकारियों से विचार-विमर्श के बाद व्यापक जागरूकता फैलाने पर जोर दिया है।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। राज्य में चकड़ा कीड़ा व सूखे से हो रही फसल बर्बाद की घटना को लेकर राज्य सरकार विरोधी दलों के निशाने पर है। इसे लेकर सरकार ने त्वरित कदम उठाते हुए राज्य के 22 जिलाधीशों को पत्र लिखकर किसानों को मकड़ा कीड़े के संबंध में जागरूक करने का निर्देश दिया है।
इन 22 जिलों में अनुगुल, बालेश्वर, भद्रक, बौद्ध, कटक, देवगड़, ढेंकानाल, गजपति, जगतसिंहपुर, जाजपुर, झारसुगुडा, केंद्रापड़ा, केंदुझर, खुर्दा, मालकानगिरी, मयूरभंज, नवरंगपुर, नयागड़, कंधमाल, पुरी, रायगड़ा एवं सुंदरगढ़ आदि जिलों के जिलाधीश को कृषि सचिव ने पत्र लिखा है। वहीं दूसरी तरफ स्थिति की गंभीरता को देखते हुए चकड़ा, सूखा, किसानों की आत्महत्या रोकने जैसे विषयों पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आला अधिकारियों से विचार-विमर्श के बाद व्यापक जागरूकता फैलाने पर जोर दिया है।
चकड़ा कीड़ा के संदर्भ में रेडियो एवं अखबार के जरिये भी किसानों में जागरूकता फैलाने को कहा गया है। यहीं नहीं सरकार की ओर से किसानों को सलाह लेने के लिए सलाह कॉल सेंटर भी खोला गया है। कृषि विभाग की ओर से जिलाधीशों को भेजे गए पत्र में जिला या ब्लॉक स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त करने का भी निर्देश दिया गया है। जिला में विभागीय अधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि, स्वयं सहायक गोष्ठी, फार्मर्स क्लब एवं ग्रामीण स्तरीय अनुष्ठान को लेकर किसानों के साथ बैठक करने की बात को भी कृषि विभाग की ओर से जिलाधीशों को निर्देशित किया गया है।
लापरवाही का प्रमाण है किसानों की खुदकशी
बरगड़ कलापाणी के किसान वृंदावन साहू की आत्महत्या शासन प्रशासन के लापरवाही का परिणाम है। वृंदावन फसल में कीड़ा लगने की शिकायत प्रशासन से की थी, मगर उनकी बात जब किसी ने नहीं सुनी तो वह आत्महत्या का रास्ता अख्तियार किया। राज्य सरकार द्वारा कोई भी कदम न उठाए जाने से मजबूर किसान ने जहर पीकर खुदकुशी किया है। किसान वृंदावन की हत्या के बाद कृषि मंत्री दामोदर राउत उसके परिवार को सांत्वना देने की बजाय धमकी भरे लहजे तागीद कर रहे हैं। मंत्री ने धान की फसल जलाने वाले किसान को मुआवजा न देने की धमकी देने का आरोप राज्य पार्टी कार्यालय में आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते राज्य भाजपा विधायक दल के नेता कनक वर्धन सिंहदेव ने लगाया है।
सिंहदेव ने कहा कि राज्य में किसान आत्महत्या कर रहे हैं और राज्य के कृषि एवं समन्वय मंत्री या फिर सिंचाई विभाग के दायित्व में रहने वाले मुख्यमंत्री दोनों में से कोई भी किसान के पास तक नहीं गया
है। सचिवालय में बैठक इनका बयानबाजी करना दुर्भाग्यपूर्ण है। कम बारिश होना एवं सिंचाई विभाग के विफलता के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। चकड़ कीड़ा ने किसानों के मरुदंड को तोड़कर रख दिया है। किसानों को सरकार द्वारा कीटनाशक मुहैया न कराने में बड़ा घोटाला हुआ है।
इस पत्रकार सम्मेलन में भाजपा महिला मोर्चा की सदस्य सुरमा पाढ़ी, प्रवक्ता सज्जन शर्मा, दिलीप महांती, राज्य सचिव लेखाश्री सामन्त सिंहार, किसान मोर्चा की अध्यक्ष शिवाजी महांती प्रमुख उपस्थित थे। सिंहदेव ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ही नियुक्त कृषि कमिश्नर की रिपोर्ट कहां दबी पड़ी है, सरकार इसका जवाब दे।
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